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माउंट आबू की पूरी जानकारी-Mount Abu: A Picturesque Paradise (2024)

माउंट आबू की पूरी जानकारी-Mount Abu: A Picturesque Paradise (2024)

माउंट आबू की पूरी जानकारी –Mount Abu: A Picturesque Paradise (2024

माउंट आबू की पूरी जानकारी --Mount Abu: A Picturesque Paradise (2024

अगर घुमने का इरादा है तो चलिए इस बार माउंट आबू  की शेर कर के आते है तो चलिए माउंट आबू की पूरी जानकारी आज हम इस लेख में लेगेमाउंट आबू (Mount Abu) राजस्थान राज्य के सिरोही जिले में स्थित एक पर्वत श्रृंग है। यह हिंदुकुश श्रृंग के पश्चिमी भाग में स्थित है और यह राजस्थान का एक पर्वतीय राज्य है। माउंट आबू का उच्चतम शिखर गुरु शिखर है, जिसकी ऊंचाई लगभग 1722 मीटर (5649 फुट) है। यह पर्वतीय स्थल भारतीय उपमहाद्वीप के मध्य में स्थित होने के कारण शीत, शान्तिपूर्ण और पर्वतीय वातावरण के लिए फेमस है। यह अरावली पहाडियों में 22 km लम्बा और 9 km चौडा पथरीले  पठार पर बसा एक हिल स्टेशन है|

माउंट आबू का इतिहास:

माउंट आबू का इतिहास वेदिक समय तक जाता है। इस पर्वतीय क्षेत्र के चारों ओर कई प्राचीन जनजातियों के आवास रहे हैं, जिनमें गुज्जर, बगेलकंध, भील, गढवाल, खेरजा, अहडल, आदि शामिल हैं। माउंट आबू को राजस्थान के धारोवट, शाकम्बरी, अरण्यक, वानगजि, वज्रमुखी, अंतर्विष्णु, भूतपुरी, आदि के नाम से भी जाना जाता है। इसका  शहर का प्राचीन नाम “अर्बुदाचल” था।और इस जगह को लोग राजस्थान का शिमला भी कहते है|

पौराणिक कथाओं के अनुसार  यह कहा जाता है की हिन्दू देवी देवता इस पवित्र पर्वत पर भ्रमण करते हैं। माउंट आबू प्राचीनकाल से ही साधु संतों का निवास स्थान रहा है। पृथ्वी से असुरो के विनाश के लिए महर्षि वशिष्ठ ने इस जगह यज्ञ किया था| लोगो का मानना आबू नाम हिमालय के पुत्र ‘आरबुआदा’ के नाम पर पड़ा था| यहाँ हर वक्त टूरिस्ट का मेला लगा रहता है|

रघुनाथ मंदिर 

पुराने समय में, माउंट आबू बुद्ध और जैन धर्म के साधकों के आध्यात्मिक तपस्या का स्थान था। धार्मिक ग्रंथों और इतिहास में इसे उल्लेखित किया गया है। मौर्य सम्राट अशोक के समय से यह जैन तीर्थस्थल के रूप में लोकप्रिय था। ये भी माना जाता है, के इसी शहर में एक भील  दंपत्ति आहुक और आहूजा को भगवन शिव ने दर्शन दिए थे|1190ई के दौरान आबू पर राजा जेतसी परमार भील का शासन था, बाद में आबू भीम देव द्वितीय

का शासन  शुरू हुआ, इस के बाद आया चौहान साम्राज्य ,बाद में सिरोही के राजा ने माउंट आबू को राजपूताना  मुख्यालय  के लिए ब्रिटिश को पट्टे पर दे दिया था| अंग्रेज माउंट आबू  में गर्मियों के दिनों में आया करते थे ताके गर्मियों से बचा जा सके यहाँ का मोसम गर्मियों के दिनों में भी काफी कम रहता था| ब्रिटिश शासनकाल में, माउंट आबू को हिल स्टेशन और पर्वतीय छुट्टी का लोकप्रिय स्थान बनाया गया था। यहां ब्रिटिश शासकों और अधिकारियों को शीत ऋतु में आराम करने का अवसर मिलता था।

माउंट आबू का विकास राजपूत शासकों के समय में भी हुआ, जिन्होंने इसे अपनी राजधानी बनाया था। गुहिलोत राजपूतों के राजा भी यहां विश्राम करते थे। चौहान राजपूत शासकों के शासनकाल में भी माउंट आबू विकसित रहा और कई महत्वपूर्ण मंदिर और धार्मिक स्थल यहां निर्मित किए गए। इस जगह पर बनी गुफा में एक पदचिहृ अंकित है जिसे लोग भृगु का पदचिह् मानते हैं।

अचलगढ़ किला

इसके बाद तुगलक शासकों, मुगल शासकों और मारवाड़ राजाओं के शासनकाल में भी माउंट आबू अपने समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को जारी रखा। यहां कई महत्वपूर्ण जैन तीर्थस्थल हैं, जिनमें दिलवारा जैन मंदिरराजा स्थल में स्थित अचलगढ़ जैन मंदिर सबसे प्रमुख हैं।

आजकल, माउंट आबू एक प्रसिद्ध पर्वतीय पर्यटन स्थल है जो पर्वतीय सौंदर्य, शांतिपूर्ण वातावरण, और धार्मिक स्थलों के लिए लोकप्रिय है। इसमें दिलवारा जैन मंदिर, नक्की झील, गुरु शिखर, सनसेट प्वाइंट, होटल्स और आवासीय संरचना शामिल है। माउंट आबू विश्वस्तरीय पर्यटकों के लिए एक पसंदीदा गेटवे है जो शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए आते हैं।

दिलवाडा जैन मंदिर 

इस प्रकार, माउंट आबू का इतिहास विशाल और समृद्ध है जिसमें धार्मिक और सांस्कृतिक संपदा की गहराई छिपी है। आज भी यहां कई प्राचीन धार्मिक स्थल, मंदिर, और धरोहर देखने को मिलते हैं, जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं।

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  माउंट आबू में घुमने लायक जगह :

1.दिलवारा जैन मंदिर: दिलवारा जैन मंदिर माउंट आबू का सबसे प्रसिद्ध और चर्चित मंदिर है। यह जैन तीर्थस्थल अत्यंत सुंदर मार्बल से निर्मित है और श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस का निर्माण  11 वी से 13 वी सताब्दी के बिच किया गया| यह मंदिर विमल वासाही , लूना वासाही ,पित्तलहर, पाशर्वनाथ और महावीर स्वामी इन 5 मंदिरों को मिला कर बनाया गया है|

2.नक्की झील: नक्की झील एक सुंदर पर्वतीय झील है जो माउंट आबू के ग्रामिक नजारों के बीच स्थित है। यहां पर्वतारोहण और बोटिंग का आनंद  लिया जा सकता है।यह देश की पहली ऐसी झील  है जो मानव निर्मित है|

3.गुरु शिखर: गुरु शिखर माउंट आबू का सबसे ऊँचा शिखर है और पर्वतारोहण के शौकीन लोगों के लिए आकर्षक स्थल है। यहां पहाड़ी ट्रैकिंग का आनंद लिया जा सकता है और ऊँचाइयों से प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लिया जा सकता है। इस शिखर पर भगवान ब्रहम्मा, विष्णु और  शिव के अवतार गुरु दत्तात्रेय को समर्पित एक मंदिर भी बना हुआ है|

4.ब्रह्म कुमारीओं की धरोहर: माउंट आबू में ब्रह्म कुमारीओं की धरोहर भी दर्शनीय स्थलों में से एक है। यहां प्राचीन समय से संबंधित भव्य भवन और स्थल हैं जो इतिहास और धर्म से जुड़े हैं।

5.सनसेट प्वाइंट: माउंट आबू में सनसेट प्वाइंट से आप सुंदर सूर्यास्त का आनंद ले सकते हैं। यह एक खूबसूरत स्थान है जहां आपको प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद मिलेगा। यह पॉइंट नक्की झील के करीब ही है|इस जगह आप  खुबसूरत लकड़ी के खिलोने चन्दन की मुर्तिया और संगेमरमर की मुर्तिया खरीद सकते है|

6. अचलगढ़ किला और मंदिर:  माउंट आबू में एक प्राचीन किला है,यह किला और इसके आसपास के मंदिर अपने ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं। यह मंदिर इतिहास से भरे हुए है, और प्राचीन शिखर और मूर्तियों की वजह से दर्शनीय है।

7.माउंट आबू के बाज़ार  शॉपिंग के लिए अच्छी जगह है। यहां आप स्थानीय वस्त्र, गहने, हस्पताली बने वस्त्र, सूवनीर्स आदि खरीद सकते हैं|यहाँ आप को खादी और राजस्थानी  कपडो के अलावा हस्तशिल्प और आयुर्वेदिक उत्पादन भी आसानी से मिल जाएगे

8. आबूउद्यान:.यह उद्यान विशालता और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यहां पर्वतीय फूलों, पेड़ों, और वन्यजीवन का आनंद लिया जा सकता है।

9.अर्बुदा देवी मंदिर: यह मंदिर यहां का एक धार्मिक और पवित्र मंदिर है। इस मंदिर को अधर देवी के नाम से भी जाना जाता है।यह एक चट्टान के अंदर एक छोटे से गुफा में मौजूद है।मंदिर एक पसंदीदा हिंदू तीर्थस्थल है और यह नवरात्रि के 9 पवित्र दिनों के दौरान भक्तों से भरा हुआ होता है।

10.हनीमून प्वाइंट:यह हनीमून प्वाइंट कपल के लिए आकर्षक पर्यटक स्थल है। इसे लव रॉक भी कहा जाता है।यहां पर एक व्यक्ति और महिला के सम्मान में दो चट्टानों से मूर्तियां बनी हुई है।इस जगह आप डूबते सूरज का भी मज़ा ले सकते है|

11.टॉड रॉक: मेंढक के समान आकार होने के कारण इसे रॉक के नाम से जाना जाता है। जिसका सार एक मेंढक के समान है।पानी के पास यह चट्टान ऐसी दिखाई देती है जैसे मेंढक पानी में आने वाला हो। आप इस चट्टान पर चढ़ भी सकते है इस तक जाने के लिए 250 सीढिया पार करनी पड़ेगी|

12.अबू रोड: यहाँ हिंदू धर्म को समर्पित कई मंदिर हैं। इस जगह पर टूरिस्ट सब से ज्यादा आते है, यह खुबसूरत जगह बनास नदी के पास स्थित है।  पिकनिक मानाने के लिए यह स्थान सब से अधिक लोक प्रिय है|नजदीक ही आप को रेलवे स्टेशन की सुविधा मिलेगी|

माउंट आबू में घुमने का खर्च :

होटल आवास: माउंट आबू पर होटल के खर्च प्रति रात विभिन्न होते हैं। आप सामान्य होटल्स से लेकर लक्जरी रिसॉर्ट्स तक के आवास चुन सकते हैं। आमतौर पर, एक आम तौर पर होटल रूम के लिए आपको 1500 रुपये से 5000 रुपये प्रति रात तक खर्च करना पड़ सकता है।

खान-पान: स्थानीय खान-पान रेस्तोरेंट्स में भोजन का खर्च प्रति व्यक्ति लगभग 300 रुपये से 1000 रुपये तक हो सकता है।
यातायात: माउंट आबू में स्थानीय यातायात के लिए टैक्सी या ऑटो रिक्शा का उपयोग करने पर आपको अलग-अलग स्थानों के लिए किराया देना पड़ेगा। आप दिनभर के लिए एक बजट रख सकते हैं, जो कुछ सैकड़ रुपये तक हो सकता है।

दर्शनीय स्थलों का भ्रमण: माउंट आबू में कई दर्शनीय स्थल हैं जैसे कि दिलवारा जैन मंदिर, नक्की झील, गुरुशिक्षा, आदि। यहां प्रवेश टिकट और पार्किंग शुल्क का भी ध्यान रखें, जो आपको थोड़ा और खर्च करवा सकते हैं।

खरीदारी: यदि आप खरीदारी के भी शोकिन है तो इस खर्च भी अपने खर्च में इसे भी शामिल करें।

इन सभी तत्वों के साथ, एक आम तौर पर, एक व्यक्ति को माउंट आबू में एक 2-3 दिन की यात्रा के लिए करीब 10,000 रुपये से 20,000 रुपये तक का खर्च करना पड़ सकता है। यह आपके बजट, प्राथमिकता और यात्रा के हिसाब से अलग हो सकता है।

माउंट आबू के बारे में रोचक तथ्य:

1.माउंट आबू को गुर्जर का सर्व प्रथम निवास माना जाता है |

2.  माउंटआबू से  ही जुड़ी है राजपूतों की उत्पत्ति

3.माउंट आबू का तापमान सर्दियों के दौरान2 डिग्री से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है।

4.दिलवाड़ा मंदिर माउंट आबू में चौदवी सदी में बनाई गई बेहतरीन कलाकृति का नमूना है।

माउंट आबू में 500/1000 बजट के होटल

होटल किरन
होटल डिम्पल
होटल आराम
होटल ध ललित अमरनाथ
होटल रेड कॉटेज
होटल अग्रोहा
होटल देव प्रेसिडेंसी
होटल रिची वल्ली रिसोर्ट
होटल नोवा
होटल लकी विहार

निष्कर्ष

माउंट आबू अपने शानदार प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यहां आपको हरियाली से भरी घाटियाँ, बगीचे, झीलें और बर्फीले पर्वत शिखर मिलते हैं।
माउंट आबू में कई प्राचीन मंदिर, गुरुकुल, और आश्रम हैं जो आध्यात्मिकता के लिए लोकप्रिय हैं। यहां आप शांति और मन की शुद्धि ढूंढ सकते हैं। दिलवारा जैन मंदिर, गुरुशिक्षा, अदिशेश्वर महादेव मंदिर आदि प्रमुख धार्मिक स्थल हैं।
रोमांटिक गेटवे यह जगह रोमांटिक पर्वतीय गेटवे के रूप में भी मशहूर है। यह जीवनसंगी के साथ शांतिपूर्वक वक्त बिताने के लिए उत्कृष्ट स्थान है।
माउंट आबू में विभिन्न आवास विकल्प उपलब्ध हैं, जिसमें आप सामान्य होटल से लेकर लक्जरी रिसॉर्ट्स तक के विकल्प चुन सकते हैं।

माउंट आबू अपनी अद्भुत सौंदर्य, शांति, और आध्यात्मिकता के लिए एक अद्भुत यात्रा स्थल है। यहां घूमकर आप नए संबंध बना सकते हैं, प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं और मन को शांत कर सकते हैं।

 

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