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Maldives Paradise Found- मालदीव की मणि: हिंद महासागर की रत्नों की खोज -2024

Maldives Paradise Found- मालदीव की मणि: हिंद महासागर की रत्नों की खोज -2024

Maldives Paradise Found- मालदीव की मणि: हिंद महासागर की रत्नों की खोज -2024

Maldives Paradise Found- मालदीव की मणि: हिंद महासागर की रत्नों की खोज -2024

मालदीव,आफ्रीका के पश्चिम समुद्र में स्थित एक द्वीप समूह है जो दक्षिण एशिया के एक हिस्से के रूप में जाना जाता है। यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और अपनी सुंदर जलवायु, समुंदर किनारे के बीच के रोमांटिक बंगलों के लिए फेमस है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण मालदीव के बारे में जानकारी है:

मालदीव दक्षिण एशिया में भारत और श्रीलंका के पास स्थित है, और यह भारतीय महासागर के समुंदर किनारे पर है।मालदीव एक समृद्ध द्वीप समूह से बना हुआ है, जिसमें 1,200 से अधिक छोटे-बड़े द्वीप हैं, जिनमें से कुछ केवल पर्यटन के लिए खुले हैं।मालदीव का जलवायु उष्णकटिबंधीय होता है, जिसका मतलब है कि यहाँ पर्याप्त सूरजवीर्य और अच्छी बर्फीली हरियाली होती है।मालदीव की राजधानी माले है, जो की मालदीव के मुख्य द्वीप, माले द्वीप पर स्थित है।

मालदीव का पर्यटन उनकी सुंदर समुंदर किनारे, कोरल रीफ्स, और शांतिपूर्ण तटों के लिए फेमस है।धिवेही भाषा और इंग्लिश मालदीव की दो प्रमुख बोली जाने वाली भाषाएँ हैं। यहाँ पर वॉटर बंगलोज और स्नोर्कलिंग, डाइविंग, और अन्य जल खेलों के लिए आदर्श स्थल हैं। मालदीव एक संघीय गणराज्य है जिसमें गणराज्यपति के रूप में एक महानायक और एक प्रधानमंत्री होते हैं।पर्यटन मालदीव की मुख्य आर्थिक गतिविधि है, जिसे जलमार्ग, मनोरंजन, और मालदीव के अर्थतन्त्रिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका दी जाती है।

मालदीव की खूबसूरती समुंदर के नीले पानी, और वातावरणीय सफाई ने इसे एक पर्यटन ग्रामीण बना दिया है और यह एक सपनों का गोला है जिसे दुनिया भर के लोग घूमने के लिए पसंद करते हैं।

मालदीव का इतिहास

मालदीव का इतिहास बहुत पुराना है और यह द्वीप समूह कई सदियों से विकसित हुआ है। निम्नलिखित है मालदीव के इतिहास के मुख्य घटनाक्रम:

मालदीव का इतिहास प्राचीनकाल से ही शुरू होता है, जब यह द्वीप समूह भूतल और बौद्ध धर्म के प्रभाव में था। मालदीव का नाम बौद्ध धर्म के आचार्य बुद्ध के निर्माणकर्ता द्वीप संग्रह के महावीर अर्थ में है।

12वीं और 13वीं सदी में इस्लामी आगमन के साथ मालदीव की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान में बड़े बदलाव  हुऐ| इसके परिणामस्वरूप, इस्लाम यहाँ का मुख्य धर्म बन गया और आज भी मालदीव इस्लामी गणराज्य है।

16वीं सदी में पुर्तगाली और फिर 17वीं सदी में द्वितीय जेम्स कुक के द्वारा ब्रिटिश राज समय के दौरान मालदीव पर कब्जा किया गया। बाद में यह ब्रिटिश सरकार द्वारा सिंगापुर के अंडर अदमिनिस्ट्रेशन में आया।

1965 में मालदीव ने ब्रिटिश सिंगापुर के साथ एक स्वतंत्र द्वीप गणराज्य के रूप में गणराज्य का गठन किया।

मालदीव की आज़ादी के बाद, द्वीप समूह ने विभिन्न सियासी त्रंगों का सामना किया, जिसमें 1988 में श्रीलंकाई और इंडियन पर्याट ख़तरे में पड़ने के बाद भारतीय सेना की मदद लेना शामिल है।

2008 में मालदीव ने पार्लियामेंटरी गणराज्य के रूप में एक नई संविधान को स्वीकार किया, और द्वीप समूह के संविधानिक  संरचना में बदलाव किया।

मालदीव की आर्थिक विकास में पर्यटन उद्योग का महत्वपूर्ण योगदान है, और यह एक मुख्य आर्थिक गतिविधि है जो मालदीव के अर्थतन्त्रिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

मालदीव का इतिहास उसकी संस्कृति, धर्म, और राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में रिच है, और यह एक अनूठी और रोमांटिक समृद्धि की कहानी है।

मालदीव का भूगोल

मालदीव भारतीय महासागर में स्थित है और यह सागर के दक्षिण तट पर फैला हुआ है। यहाँ का सबसे निकटतम पड़ाव भारत और श्रीलंका है।

मालदीव एक समृद्ध द्वीप समूह से बना हुआ है, जिसमें लगभग 1,200 से अधिक छोटे-बड़े द्वीप हैं। इन द्वीपों को 26 एटोल ग्रुप्स में वर्गीकृत किया जाता है।

मालदीव का समुंदर किनारा अत्यंत लंबा है और यहाँ पर सुंदर समुंदर किनारे, बैंगलों, और समुंदरी जीवन का अधिकार होता है।

मालदीव का जलवायु उष्णकटिबंधीय होता है, जिससे यहाँ पर तप्त और आरामदायक मौसम होता है। यहाँ का तापमान साल भर में आमतौर पर 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहता है।

मालदीव के चारों ओर कोरल रीफ्स हैं, जिन्हें स्नोर्कलिंग और डाइविंग के लिए बहुत प्रसिद्धा है। ये कोरल रीफ्स भी द्वीपों को समुद्री उपयोग से बचाने में मदद करते हैं।

मालदीव के द्वीप लगभग समुद्र की सतह पर हैं, और इसकी औसत ऊंचाइयाँ केवल कुछ मीटरों से ज्यादा नहीं होती हैं। यह वजह है कि मालदीव को समुंदर के स्तर से लुढ़कने से बचाने के लिए बांध बनाए गए हैं

मालदीव का भूगोल इसके पर्याप्त समुंदरी संसाधनों और प्राकृतिक सौंदर्य की वजह से यहाँ के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।

मालदीव में घुमने की जगह

1.माले (Male): मालदीव की राजधानी माले एक विकसित शहर है और यहाँ पर्यटक खरीदारी कर सकते हैं, रेस्तरां में खाना खा सकते हैं और स्थानीय संस्कृति का अनुभव कर सकते हैं।

2. कुरुमाती: यह एक लक्जरी बिना डिस्ट्रिक्ट है जो पर्यटकों को विला जीवन का अनुभव करने का मौका देता है।

3.हुल्हुमाले: यह द्वीप समूह माले के पास है और एक पॉपुलर पर्यटन गोला है। यहाँ पर्यटक सुंदर समुंदर किनारे पर विश्राम कर सकते हैं और विभिन्न जलाशयों का आनंद ले सकते हैं।

4.आदरणीय कुलीही: यह द्वीप मालदीव का सबसे बड़ा और सबसे ज्पयादा टूरिस्ट के बीच पॉपुलर है। यहाँ पर खूबसूरत समुंदर किनारे पर आप   समय बिता सकते हैं, जलाशयों में स्नोर्कलिंग और डाइविंग का मज़ा ले सकते हैं,

 5. बाडू आतोल: यहाँ पर वाटर बंगलोज मिलते हैं, जिनसे समुंदर के नीचे स्नोर्कलिंग का आनंद लिया जा सकता है।

6.सन द्वीप : सन द्वीप को नालागुरैधू द्वीप के नाम से भी जाना जाता है। दक्षिण अरी एटोल में स्थित, यह द्वीप अपने विशाल फ़िरोज़ा लैगून के लिए जाना जाता है

7.विलिंगिली आतोल: यह आतोल विशेष रूप से वाटर स्पोर्ट्स के शौकीनों के लिए पॉपुलर है, और यहाँ बेहद आत्मा और तन सुख की अनुभव कर सकते हैं।

8.एम्बूधु फिनोलु द्वीप: एम्बूधु फिनोल्हू द्वीप में जल विला इस तरह से व्यवस्थित किए गए हैं कि विमान से देखने पर आपको एक सुंदर फूल की कली दिखाई देगी।

9.बारोस द्वीप: मालदीव में एक और जगह है जो शुद्ध सुंदरता में अन्य द्वीपों से आगे निकलने की कोशिश कर रहा है,|

10.बियाधू द्वीप: बियाधू द्वीप मालदीव में एक लोकप्रिय गोताखोरी गंतव्य भी है। यह द्वीप आम, नारियल, खीरे, गोभी और टमाटर वाले पेड़ों से भरा हुआ है।

मालदीव की राजधानी

मालदीव की राजधानी “माले” (Male) है। माले, मालदीव द्वीप समूह के मुख्य द्वीप, माले द्वीप पर स्थित है। यह द्वीप समूह का प्रशासनिक और आर्थिक केंद्र है और मालदीव की सबसे बड़ी और अधिक आबादी वाला शहर है। माले में सरकारी दफ्तर, व्यवसाय, और प्रशासनिक संरचना स्थित है, और यह एक प्रमुख पर्यटन हब भी है जो पर्यटकों को अपनी खरीदारी, रेस्तरां, और स्थानीय कला और संस्कृति का अनुभव करने का मौका देता है।

मालदीव जाने का खर्चा

होटल और रिसॉर्ट की रेट: आपके चयनित होटल या रिसॉर्ट के आधार पर हेल्थ स्पा, सुइट, विला, आदि के रूप में किसी भी प्रकार की कमर की रेट अलग-अलग हो सकती है।

आपकी यात्रा की अवधि: आपकी यात्रा की अवधि बढ़ाने से आपके खर्चे भी बढ़ सकते हैं, क्योंकि आपको अधिक दिनों के लिए होटल की आवश्यकता होगी।

खानपान: आपके खाने-पीने के खर्चे भी यहाँ जाने के दौरान महत्वपूर्ण होते हैं। रेस्टोरेंट्स और खाद्य सामग्री के दाम अलग-अलग हो सकते हैं।

गतिविधियां: आपके द्वारा चुनी गई गतिविधियों के लिए भी आपको खर्च करना पड़ सकता है, जैसे कि डाइविंग, स्नोर्कलिंग, जंगल सफारी, और अन्य आवासीय गतिविधियां।

हवाई यातायात: आपके स्थान से मालदीव तक फ्लाइट के टिकट के लिए भी खर्च होगा।

शॉपिंग और सूवेनिर: आपके द्वारा खरीदे जाने वाले सूवेनिर और अन्य खरीददारी के खर्च भी हो सकते हैं।

वीजा और अन्य दस्तावेज़: आपको मालदीव जाने के लिए वीजा और अन्य दस्तावेज़ की आवश्यकता हो सकती है, और उनकी फीस भी अलग-अलग हो सकती हैं।

मालदीव की भाषा

मालदीव की राजभाषा धीवेही (Dhivehi) है, जिसे बहुत सारे मालदीवी लोग समझते हैं और बोलते हैं। धीवेही भाषा अरबी, संस्कृत, तमिल, उर्दू, और मलयालम आदि भाषाओं से इंपैक्ट हुई है और इसमें कुछ आकृतियों और शब्दों का सम्मिलन होता है।

हालांकि धीवेही मालदीव की मुख्य भाषा है, वहाँ पर अन्य भाषाएं भी बोली और समझी जाती हैं, जैसे कि अंग्रेजी, जिसे बहुत से लोग होटल, रेस्टोरेंट्स, और पर्यटकों के साथ उपयोग करते हैं, और हिन्दी, उर्दू, और बंगाली जैसी भाषाएं भी कुछ स्थानीय आवासीय और पर्यटकों द्वारा बोली जाती हैं, जो अन्य भाषाओं के प्रति जानकार होते हैं।

मालदीव की करेंसी

मालदीव की मुद्रा (Currency) मालदीव Rufiyaa (MVR) है। यह Rufiyaa कोर्ट्स (cents) में बाँटी जाती है, लेकिन मुद्रा इकोन (symbol) में “Rf” या “ރ.” का प्रयोग किया जाता है। एक Rufiyaa में सौ कोर्ट्स होते हैं।

मालदीव में सामान्यत

1 Rufiyaa (MVR) = 100 Laari

आप मालदीव में अपनी यात्रा के दौरान और विभिन्न स्थानों पर अपनी Rufiyaa को एक्सचेंज कर सकते हैं। बड़े होटल, रेस्टोरेंट्स, और प्रमुख पर्यटन स्थलों पर आप क्रेडिट कार्ड्स भी प्रयोग कर सकते हैं, लेकिन छोटे शॉप्स और स्थानीय विपणियों में नकद पैसे का प्रयोग करना अधिक सामान्य है।

कृपया ध्यान दें कि मालदीव में विदेशी मुद्रा की गुज़रें कुछ छोटे दुकानों और स्थानीय व्यवसायों में सीमित हो सकती है, इसलिए आपको मालदीव यात्रा के लिए पहले ही मालदीव Rufiyaa को प्राप्त करना बेहतर हो सकता है।

मालदीव के रोचक तथ्य

1.मालदीव का नाम संस्कृत शब्द “माला” और “द्वीप” से आया है, जिसका अर्थ होता है “गार्लंड ऑफ़ आइलैंड्स” यानि द्वीपों की माला।

2.मालदीव का जलवायु उष्णकटिबंधीय होता है, जिसमें बर्फ और बर्फबारी की नहीं होती है, और यहाँ का मौसम अधिकांश वर्ष गर्म और नम होता है।

3. मालदीव में कुल 1,192 आवासीय द्वीप हैं, जिनमें से 26 द्वीप बहुत बड़े होते हैं और पर्यटन के लिए खुले होते हैं।

4. मालदीव द्वीपसमूह में कोई भी धरती का शीर्ष बिंदु नहीं होता, क्योंकि यह सबसे नीचे स्थित है। इसका मतलब है कि यहाँ का सबसे ऊंचा बिंदु समुंदर का पत्ता बनता है।

5. मालदीव के सफेद सैंड्स, स्वच्छ नीला समुंदर पानी, कोरल रीफ्स, और पेड़ों से घिरी ताटें प्राकृतिक सौंदर्य की झलक दिखाती हैं, जिसे इस्तानसी कहा जाता है |

6. मालदीव को डाइविंग और स्नोर्कलिंग के प्राकृतिक अनुभव के लिए एक पॉपुलर स्थल माना जाता है, क्योंकि यहाँ के समुंदर के नीचे कोरल रीफ्स, रंगीन मछलियाँ, और अन्य समुंदरी जीवन की अद्वितीय दुनिया है।

7.विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल: मालदीव पर्यटन का महत्वपूर्ण केंद्र है और यहाँ के लिए पर्यटक आते हैं ताकि वे इसके बेहद आकर्षक बीच, बहुतायत के पानी के खिलौने, और शांतिपूर्ण वातावरण का आनंद ले सकें।

8. मालदीव की जलवायु उष्णकटिबंधीय होती है और साल में दो मौसम होते हैं – गर्मी का मौसम (एप्रिल से अक्टूबर) और मॉनसून का मौसम (नवम्बर से मार्च)।

9.मालदीव के पास विश्व के सबसे गहरा समुंदरी बिंदु है, जिसे “काडे कुंडिया” कहा जाता है, और यह 9,842 मीटर गहरा है।

10. यहाँ के जलवायु की स्वास्थ्य और शांति के लिए विश्वभर में मान्यता है, और मालदीवी लोग अपने देश को जनआरम” यानि दैवी भगवान की भूमि के रूप में मानते हैं।

11.मालदीव का आर्थिक आधार पर्यटन पर निर्भर है और प्रमुख आर्थिक उपायकरण होटल और पर्यटन से हैं।

12.मालदीव के आकर्षण में शामिल हैं सुंदर समुंदर के तट, कोरल रीफ, डाइविंग, स्नोर्कलिंग, और पानी के खिलौने।

13.मालदीव में शरबत और बीयर का पर्यापण है, और यहाँ पर सख्त शराब पीने के नियम हैं।

14.मालदीव में वाहन चलाने  के लिए कोई ट्रैफिक लाइट या सिग्नल नहीं होते हैं, और यहाँ का जीवन बेहद शांत और गति विहीन होता है।

15.मालदीव के उपमहाद्वीप में हॉलीडे इन्न अनन्तारा किनमालिग, एक बहुत बड़े होटल, कोरल रीफ के ऊपर स्थित है, और यह कोरल रीफ्स के पास स्नोर्कलिंग और डाइविंग के लिए आदर्श है।

16.मालदीव का कोरल रीफ विश्व के सबसे बड़े कोरल रीफों में से एक है।

17. .मालदीव की जलवायु के परिसर्ग के कारण यहाँ के जनसंख्या को संभालने के लिए उपमहाद्वीपों पर विशेष स्थानांतरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

18.मालदीव में अनेक तरह की शैली में धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहार मनाए जाते हैं, जैसे कि ईद, बुद्ध पूर्णिमा, हिन्दू महाशिवरात्रि, और ईसाई ईस्टर आदि।

19 मालदीव के द्वीपों के बीच यातायात के लिए हिडन ब्रिजेस और बोट ट्रांस्पोर्ट सिस्टम होता है।

20 .यहाँ पर विश्व के सबसे अच्छे डाइविंग और स्नोर्कलिंग स्थल हैं, और यह एक सुपरियर अंडरवाटर जीवन के लिए जाना जाता है।

21 .मालदीव के लोग सभी व्यक्तिगत समृद्धि को उदार तरीके से बताते हैं, और यहाँ का मानसिकता शांत और शांतिपूर्ण होता है।

22.यहाँ के लोग अक्सर पानी के खिलौने के रूप में जिन्हें “मल्दीवियन मान्ग्रोव” कहा जाता है, बनाते हैं, जो समुंदर के तट पर ग्रो करने के लिए प्रयोग होते हैं।

23.मालदीव के रिसॉर्ट होटल अक्सर उपमहाद्वीपों पर स्थित होते हैं, और पर्यटकों को यहाँ से अपने कमरों तक बोट से पहुंचना पड़ता है, जिससे उन्हें एक अद्वितीय और आत्म-साक्षरात्मक अनुभव मिलता है।

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