Bali Island of Natural Power-बाली प्राकृतिक शक्ति का द्वीप-स्वर्गिक सपनों का स्थल
बाली एक द्वीप है जो इंडोनेशिया देश का ही एक हिस्सा है, और यह इंडोनेशिया का सब से खुबसूरत हिस्सा है और टूरिस्ट की पहली पसंद है जो अपनी प्राकृतिक सौन्दर्य, सांस्कृतिक धरोहर, और सुंदर तटों के लिए फेमस है। यहाँ की कुछ बाते ऐसी है जो आप को हैरान कर देगी जैसे यहाँ बाली में बच्चों के केवल चार नाम ही होते हैं। ये ही 4 नाम आप को पुरे देश में सुनने को मिलेगे |बच्चो के सीर पर हाथ रखने को यह अच्छा नहीं मानते इन का मानना है के बच्चो के सीर नाज़ुक होते है|
आप किसी को रेड पेन से कुछ लिख कर भी नहीं दे सकते यहाँ के लोगो का मानना है के लाल कलर गुस्से का प्रतिक है |इस देश को भगवन का आईलेंड भी कहा जाता है यहाँ के लोग स्वाभाव में भी काफी मिलन सार होते है |यहाँ 2 सक्रीय ज्वाला मुखी भी है |जो कई बार लावा निकाल चुके है | भारत के लोग अधिक मात्रा में बाली घुमने जाते है |यहाँ 1000 से अधिक भाषा बोली जाती है |
दुनिया के ज्यादातर देशों में भारत समेत दुसरे देशो में भी एक साल 365 दिन का होता है लेकिन बाली में एक साल 210 दिन का होता है |इस का कारण यह है के यहाँ के लोग पावुकॉन कैलेंडर फॉलो करते है इस केलेंडर के हिसाब से 1 महिना 35 दिन का होता है और साल को छह महीनों में बांटा हुआ है।
बाली के बारे में पूरी जानकारी कुछ इस तरह है |
बाली का इतिहास :
बाली इंडोनेशिया का एक खास द्वीप है और इसका इतिहास बहुत ही पुराना है। बाली का इतिहास इस द्वीप के प्राचीन दौर से लेकर मॉडर्न युग तक कई ख़ास घटनाओं और संस्कृति के परिवर्तनों को दर्शाता है।
बाली के प्रागैतिहासिक काल में यहाँ पर पुराने मंदिर, प्राचीन रिगों की चित्रकला, और अन्य प्रागैतिहासिक खण्ड खोजे गए हैं। इसका सबसे प्रमुख अवशेष बाली के चाँदी के सिक्के हैं, जो कि प्राचीन बाली के व्यापार को प्रमोट करते थे।
बाली का इतिहास हिन्दू और बौद्ध धर्म के प्रभाव को दर्शाता है। 8वीं से 14वीं सदी के दौरान, बाली में हिन्दू और बौद्ध संस्कृति का प्रचार हुआ, और बहुत सारे हिन्दू मंदिर उस वक्त बनाए गए।
मध्यकालीन सुल्तानी शासन:
14वीं सदी के बाद, बाली पर मुस्लिम सुल्तानों का राज आया, जो इस्लाम की प्रचारकों के ज़रिये लाया गया था। यह वो दौर था जब बाली की संस्कृति को विभिन्न सांस्कृतिक प्रभावों से गुजरना पड़ा |
19वीं सदी में, नेदरलैंड कंपनी ने बाली पर काबू पाया, और इसे डच इंडियस के एक हिस्से के रूप में शासन किया।
स्वतंत्रता संग्राम:
20वीं सदी में बाली के लोगो ने डच शासन के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत की। यह संग्राम इंडोनेशिया की स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा था और इंडोनेशिया के स्वतंत्र होने के बाद बाली भी स्वतंत्र हो गया।
समकालीन बाली:
आजकल, बाली टूरिस्ट को सब से ज्यादा पसंद आने वाली जगह बन गया है | और यहाँ की संस्कृति, कला, संगीत, और प्राचीन धार्मिक प्रथाएँ दुनिया भर में मशहूर हैं। बाली की प्राकृतिक सौंदर्य, एकाधिक धार्मिक त्योहार, और प्राचीन मंदिर भी इसे एक खास जगह बनाते हैं।
भूगोल:
बाली इंडोनेशिया के दक्षिण में सुलवेसी सागर में स्थित है। यह द्वीप 8 प्रमुख और कई छोटे द्वीपों से मिलकर बनता है, और इसका क्षेत्रफल लगभग 5,780 वर्ग किलोमीटर है।बाली की जलवायु उष्णकटिबंधी होती है और यहाँ का मौसम साल भर में गरम और आरामदायक रहता है। इसका अर्थ है कि बाली एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो सुबह और शाम के समय किसी भी मोसम में खुबसूरत होता है।बाली के भूगोल में प्राकृतिक सौंदर्य का बहुत बड़ा हिस्सा है। यहाँ पर सुंदर समुंदर किनारे, घने जंगल, पहाड़ियाँ, और पानी के फॉल्स हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
बाली का भूगोल खेती के लिए भी अद्वितीय है। यहाँ पर चावल, कॉको, तेल, और फलों की खेती होती है, और यह द्वीप इंडोनेशिया में खेती को महत्वपूर्ण योगदान देता है।
बाली की राजधानी:
बाली की प्राशासिक राजधानी देनपसर (Denpasar) है, जो बाली के मुख्य नगर है और वहां की सांग्रहित सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र है।देनपसर बाली का टूरिस्ट पॉइंट है और यहाँ टूरिस्ट बाली के खुबसूरत समुद्र बिच , मंदिर, और दूसरे भी कई टूरिस्ट पोइंट का मज़ा लेते दिखाई देते हैं।देनपसर में खूबसूरत बाली के हस्पतालियात, कला और शिल्प के उत्पादों के लिए कई शॉपिंग मार्केट हैं। यहाँ से आप खूबसूरत सूवनसेरी, बाली के विशेष शॉल्स, आदि को खरीद सकते हैं।
देनपसर का माहौल आरामदायक और शांत है, और यहाँ की जीवनशैली भी बहुत आकर्षक है। यहाँ के रेस्तरां, कैफ़े, और बाजारों में स्थानीय खाने का आनंद लिया जा सकता है।देनपसर के पास सुंदर समुद्री बिच है। यहाँ पर्यटक समुद्र किनारे पर समय बिताकर स्नान करते हैं और सैलिंग, स्नॉर्कलिंग, और स्कूबा डाइविंग का मज़ा लेते हैं।
संस्कृति और आध्यात्मिकता:
बाली एक धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र है, जिसमें हिन्दू धर्म के प्राचीन मंदिर शामिल हैं। पुरातात्विक और आध्यात्मिक स्थलों के रूप में यहां कई मंदिर, गुफाएँ, और आश्रम हैं।बाली की आध्यात्मिकता का मूल धार्मिक आधार हिंदू धर्म है, और यहाँ के लोग विभिन्न देवताओं और देवियों की पूजा करते हैं।
बाली में हिंदू धर्म के मंदिर और पूजा के स्थल मौजूद हैं, जैसे कि उबुद में पुरा बेसाकिह (Pura Besakih) मंदिर, जो बाली का सबसे ख़ास मंदिर माना जाता है।बाली में योग और मेडिटेशन का अभ्यास भी फेमस है। यहाँ आने वाले यात्री अक्सर ध्यान और आध्यात्मिक अनुभव के लिए योग शालाओं और आध्यात्मिक आश्रमों का सहारा लेते हैं।
बाली में तांत्रिक और बुद्धिस्ट आध्यात्मिकता के भी प्रमुख आध्यात्मिक संगठन हैं। यहाँ कई बुद्धिस्ट विहार और मठ भी हैं जो आध्यात्मिक अध्ययन के लिए उपयोगी हैं।बाली कला और शिल्प संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसमें पूजा आदि के उपकरणों का निर्माण शामिल है। स्थानीय कलाकार चित्रकला, स्कल्प्चर, जैसे क्षेत्र में माहिर हैं।
बाली में कई त्योहार धूमधाम से मनाए जाते हैं, जैसे कि न्यू ईयर (नववर्ष) त्योहार, गालुङगणन (कुछ विशेष दिनों के लिए पुराने अदरक) का त्योहार, और गलुङन (दीपावली) त्योहार, जो हिंदू कैलेंडर के अनुसार मनाया जाता है।
यहाँ के त्योहार और पूजा प्रथाओं का भी महत्वपूर्ण स्थान है और यह बाली की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं।
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बाली में घुमने की जगह :
1.कुता और सेमिन्यक: कुता और सेमिन्यक बाली के पश्चिमी किनारे पर स्थित हैं और यहाँ पर्यटक खासकर समुद्र तट, बीच पार्टी, और शॉपिंग का आनंद लेते हैं। कुता और सेमिन्यक पर अनेक लैक्जरी रिसॉर्ट्स, बार्स, और रेस्तरां हैं।
2.उबुद: उबुद बाली का आरामदायक और सांस्कृतिक केंद्र है। यहाँ पर्यटक बाली की चित्रकला, शिल्प, और प्राचीन मंदिरों का दौरा करते हैं। आप यहाँ पर्यटकों के बीच मैदान और बाजार में समय बिता सकते हैं।
3.टाना लॉट: टाना लॉट बाली का एक अन्य खूबसूरत समुद्र तट है, जो स्नॉर्कलिंग और स्कूबा डाइविंग के शौकीनों के लिए लोकप्रिय है।इस के साथ आप मंदिर के दर्शन भी कर सकते है |
4.गियान्यार:
यह बाली का सबसे आकर्षक फिशिंग और सुर्फिंग स्थल है। यहाँ के गांवों में आप शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का मज़ा ले सकते हैं।
5.उलुवातू: यह स्थल अपने प्राकृतिक ब्यूटी, राइस टेरेसेस, और तांत्रिक मंदिर के लिए फेमस है। यहाँ पर्यटक शांति और ध्यान की खोज कर सकते हैं।
6.बेडुगुल: बेडुगुल बाली के उचे इलाकों में आया हुआ है बेराटन झील के तट पर स्थित, बेडुगुल का पहाड़ी शहर उत्तरी बाली के रास्ते में आने वाले आगंतुकों के लिए एक आवश्यक पड़ाव है
7.बाली हाईलैंड्स: बाली के पर्यटन केंद्रों के बाहर, बाली हाईलैंड्स भी एक शांत और प्राकृतिक स्थल हैं जो शांति, ध्यान, और प्राकृतिक सौंदर्य की खोज करने के लिए उपयोगी हैं।
8.नुसा आइलैंड: नुशा द्वीप तीन द्वीप का समूह है। इस द्वीप को आप 3-4 घंटे में घूम सकते है इस समुद्र के जिवजंतु में आप बोहोत विविधता देखने को मिलेगी इस के साथ आप स्कूबा डाइविंग का भी आनंद ले सकते है |
9.उलुवातु मंदिर:
द्वीप पर सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है उलुवातु मंदिर। जो दक्षिण-पश्चिमी विस्तार में बुकित प्रायद्वीप पर आया है। उलू यानी भूमिका और वातु यानी चट्टान इसलिए मंदिर का नाम उलूवातू है। इस मंदिर को लगभग 10 वीं सदी में बनाया गया था। माना जाता है कि मंदिर द्वीप को बुरी आत्माओं से बचाता है। इस मंदिर में केवल हिंदू धर्म के लोगो को ही प्रवेश मिलता है।
10.पाकुड़ई गाँव:उबुद के पास ही पाकुड़ई गाँव है। यहां चावल की खेती में पारंपरिक सिंचाई प्रणाली का उपयोग किया जाता है। शिल्प और हस्तनिर्मित वस्तुओं के लिए यह स्थान काफी लोकप्रिय है। यहाँ से आप कुछ खूबसूरत फोटो और मुर्तिया खरीद सकते हैं।
बाली हाईलैंड्स:
बाली के अंचल में हाईलैंड्स (Bali Highlands) होते हैं, जो क्षेत्र की प्राकृतिक खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध हैं। यहां के पहाड़ी इलाकों में हाइकिंग, जंगल सफारी, और गांवों का अनुभव किया जा सकता है।
अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य: बाली हाईलैंड्स का दृश्य बहुत ही शानदार होता है, जिसमें घने वन, फार्म्स, और खुली खेतों की खूबसूरत वादियां शामिल हैं।
आध्यात्मिक धार्मिकता: बाली हाईलैंड्स में धार्मिकता और आध्यात्मिकता का माहौल होता है। यहाँ के गांवों में मंदिर और धार्मिक आश्रम होते हैं, और यह धार्मिक परंपराओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
ग्रीन तन्तूंओं की खेती: बाली हाईलैंड्स में यात्री ग्रीन तन्तूंओं की खेती और उत्पादन के बारे में सीख सकते हैं। यहाँ की कृषि और उत्पादन क्षेत्र में परंपरागत तरीकों का पालन किया जाता है।
फेस्टिवल और कला:
बाली धार्मिक त्योहारों, जैसे कि न्यूयर (Nyepi) और गलुगान (Galungan), जैसे अवसर को बाली में खास तोर पर आयोजन होता है। यहां कला, गीत, और नृत्य का विविध संग्रहण होता है, और यह एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक केंद्र के रूप में भी जाना जाता है।बाली के त्योहार और कला संस्कृति का यहाँ के लोगो के जीवन में एक खास जगह है |
इन त्योहारों को मनाने से बाली के लोग अपनी परंपरागत मूल्यों और संस्कृति के प्रति अपना समर्पण दिखाते हैं और टूरिस्ट को भी इन महत्वपूर्ण त्योहारों का अनुभव करने का मौका मिलता है।
न्यू ईयर (नववर्ष): न्यू ईयर या “नववर्ष” बाली का सबसे खास त्योहार है, जो हिन्दू कैलेंडर के अनुसार मनाया जाता है। यह त्योहार खगोण के एक गणराज्य के साथ मनाया जाता है और लोग नए साल के आगमन को धूमधाम से मनाते हैं। विशेष पूजा, दिनभर की कई अद्वितीय गतिविधियाँ, और पर्वपरिदृश्य शामिल होते हैं।
गालुङगण (कुछ विशेष दिनों के लिए पुराने अदरक) का त्योहार: यह एक अन्य महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार है, जो बाली में मनाया जाता है। इस त्योहार के दौरान, लोग पुराने अदरक को पूजते हैं और इसे खा लेते हैं। इसके साथ ही, रंगीन प्रकार के किताबें और पुस्तकों की पूजा भी की जाती है।
गलुङन (दीपावली) का त्योहार: गलुङन बाली का दीपावली होता है, जो हिन्दू कैलेंडर के अनुसार मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने घरों को दीपों से सजाते हैं और देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं।
बाली अर्ट्स फेस्टिवल: यह त्योहार बाली की कला और संस्कृति को प्रमोट करने के लिए आयोजित होता है। इसमें कला, संगीत, नृत्य, और अन्य प्रदर्शनी कलाओं का प्रदर्शन होता है और स्थानीय कलाकारों को एक प्लेटफार्म प्रदान करता है।
वेसाक (बुद्ध पूर्णिमा): बाली में बुद्ध पूर्णिमा के भी त्त्योयौहार को मनाया जाता है ,जो बुद्ध के जीवन और शिक्षा को याद करने के रूप में मनाया जाता है।
बाली में खाए जाने वाले भोजन :
साते :स्पाइसी सॉस के साथ ग्रिल्ड मीट का कॉम्बिनेशन है यह डिश। साते मैरीनेटेड ग्रिल्ड मीट होता है|
नासी गोरैंग: यह डिश चावल से बनाई जाती है सब से ज्यादा नासी गोरैंग बाली में खाई जाती है | सब्जी और मिट से मिलाकर यह दिश तैयार की जाती है | इस का टेस्ट फ़्राईड राईस जैसा होता है |
गा़दो-गादो: यह डिश कई तरह की सब्जी और चावल से मिला कर बनती है |
बाली गुलिंग: इस डीश में पिग के मिट के साथ सब्जिया मिला कर तैयार की जाती है |यह डिश रेस्टोरेंट्स के अलावा स्ट्रीट फूड कॉर्नर पर भी आसानी से मिलजाती है |
बुबुर-सुमसुम: यह एक स्वीट डिश है इस डिश को चिपचिपे चावल, कोकोनट मिल्क या क्रीम और पनडन(Pandan) पत्तियों से तैयार की जाती है।
टूना संबल मताह: टूना संबल ट्रेडिशनल प्रॉन फिश है। जिसे इमली के खट्टे-मीठे सॉस में मैरीनेट करके तैयार किया जाता है और प्याज, हरी-लाल मिर्च के साथ पकाया जाता है।
कोपी लुवाक: यह एक बोहोत महंगी कोफ़ी है जो सिर्फ बाली में ही मिलती है| इसे बनाने का तरीका बोहोत अजीब है एशियन पाम सीवेट कॉफी बीन्स को खाते हैं फिर मलत्याग करते हैं और उनमें से निकले बीजों का इस्तेमाल सबसे महंगी कॉफी बनाने में किया जाता है।
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