Thailand The True Land of Natural Beauty-थाईलैंड प्राकृतिक सौंदर्य की असली भूमि 2024
थाईलैंड का प्राचीन इतिहास:
थाईलैंड के इतिहास में बोहोत खास घटनाएँ शामिल हैं। थाईलैंड, पहले सियाम के नाम से जाना जाता था, और यहाँ के लोगों की ऐतिहासिक तरक्की कई सदियों से हो रही है। थाईलैंड एक दक्षिण पूर्व एशियाई देश है। यह उष्णकटिबंधीय समुद्र तटों (Tropical Beaches), भव्य शाही महलों, पुराने खंडहरों और बुद्ध से जुड़े अलंकृत मंदिरों के लिए जाना जाता है।
वैसे तो थाईलैंड का इतिहास बहुत पुराना है, और यहाँ के इतिहास की शुरुआत अयुत्थया जगह से हुई , जो 14वीं सदी में हुआ करता था। अयुत्थया एक प्रमुख शहर और बौद्ध धर्म का केंद्र था।अयुत्थया साम्राज्य: 14वीं से 18वीं सदी तक, एक महत्वपूर्ण साम्राज्य की नींव रखी और साम्राज्य का विकास किया। इस समय अयुत्थया कला और संस्कृति का भी केंद्र था।अयुत्थया साम्राज्य की स्थापना राजा रामा I द्वारा 1350 में की गई थी। वह आधिकारी थे और उन्होंने अयुत्थया नामक स्थल पर अपनी राजधानी बनाई थी |
अयुत्थया साम्राज्य ने एक उच्च स्तर की कला और संस्कृति को प्रोत्साहित किया। यहाँ की स्थलीय कला, मित्रकूट, और बौद्ध धर्म के अंश महत्वपूर्ण थे।अयुत्थया साम्राज्य में बौद्ध धर्म की एक खास जगह थी ,और राजा रामा I ने अपने वक्त के दूसरे धर्मिक उपन्यासी रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अयुत्थया साम्राज्य ने अपने समय के दौरान अपना क्षेत्र को काफी बढाया और अपनी छवि को बढ़ाया। इसके शासक अकबर के समय भारत में भी अपने संघर्ष के कारण जाने जाते हैं।18वीं सदी में अयुत्थया साम्राज्य का अस्तित्व खत्म हो गया, जब बर्मा के बूर्मा राजा अलौंगप्रा ने अयुत्थया को आक्रमण किया और राजवंश को पूरी तरह से मिटा दिया।
अयुत्थया साम्राज्य थाईलैंड के इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इसकी संस्कृति, कला, और धर्म का विकास किया। इसकी यादें थाईलैंड के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत में जिंदा हैं।
चक्री वंश:
18वीं सदी में, चक्री वंश के राजा रामा I ने अयुत्थया को छोड़कर क्रूँग ठम का स्थापना किया, जिससे थाईलैंड का नया राजा नागराज का दौर शुरू हुआ। चक्री वंश थाईलैंड के राजा के पद के लिए लडे और देश के संघर्षों और विकास के साथ जुड़े हुए थे| चक्री वंश आज भी थाईलैंड के राजा के रूप मेंखास है।
इस वंश की स्थापना राजा रामा I द्वारा 6 अप्रैल 1782 को की गई थी। उन्होंने अयुत्थया को छोड़कर क्रूँग ठम (बैंकॉक) को अपनी राजधानी बनाया और चक्री वंश की नींव रखी। राजा रामा I ने थाईलैंड के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और बर्मा के खिलाफ युद्ध किया।
उन्होंने थाईलैंड के शासक के रूप में एक मजबूत और स्वतंत्र देश की नींव रखी।चक्री वंश के राजाओं ने थाईलैंड के स्वतंत्रता संग्राम, सामाजिक परिवर्तन,और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चक्री वंश के राजाओं ने देश की तरक्की को सब से आगे रखा और सामाजिक सुधार की दिशा में कई खास कदम उठाए। चक्री वंश के राजाओं का कार्यकाल आमतौर पर उनकी उपयोगिता और समाज सेवा के लिए प्रमुख रूप से जाना जाता है|
चक्री वंश के राजाओं को समकालीन चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जैसे कि सामाजिक और राजनीतिक संकट, और सामरिक विवाद। चक्री वंश थाईलैंड के इतिहास में एक खास भूमिका निभाता है और यह राजवंश देश की संघर्षों और सामृद्धि के साथ जुड़ा हुआ है|
19 वी सदी में अंग्रेजी साम्राज्य:
19वीं सदी में, अंग्रेजों के साथ थाईलैंड के बीच व्यापारिक संबंध बढ़े। अंग्रेजी कंपनियाँ थाईलैंड के साथ व्यापारिक समझौतों की बातचीत हुई जिससे थाईलैंड का अर्थतंत्र मजबूत हुआ।
1893 में, बॉव्रिंग क्राइसिस नामक संघर्ष हुआ, जिसमें थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के पास सेगेली, एक छोटे से समुंदर के किनारे का छोटा सा ज़मीन टुकड़ा, को लेकर ब्रिटिश और फ्रांसीसी अंग्रेजी कंपनियों के बीच एक आपातकालिक स्थिति उत्पन्न हुई। थाईलैंड ने इस समस्या को सुलझाने के लिए ब्रिटिश सरकार से सहमति दी, लेकिन यह घटना थाईलैंड के स्वायत्तता की ओर एक कदम बढ़ने की प्रक्रिया की शुरुआत की भी थी।
1896 में, थाईलैंड और अंग्रेज़ी साम्राज्य के बीच हेलथरी समझौता हुआ, जिसमें थाईलैंड ने ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन अपनी एक ज़मीन को देने की इजाज़त दी, लेकिन वे अपनी आज़ादी बचाने के लिए कई जगहों में अपना आधिकार बनाए रख सके।
19वीं सदी में, थाईलैंड ने ब्रिटिश साम्राज्य के साथ जंगले में संघर्ष किया और यह स्वतंत्र रहा। थाईलैंड ने अपनी आज़ादी की रक्षा की और व्यापारिक संबंध बनाए रखे। पहला विश्वयुद्ध 1914 से 1918 तक चला और यह दुनिया का पहला वैश्विक महायुद्ध था।
20वीं सदी:
20वीं सदी की शुरुआत में, थाईलैंड ने स्वतंत्रता संग्राम की और कदम बढ़ाया और 1932 में थाईलैंड का संविधानिक साम्राज्य (Constitutional Monarchy) घोषित किया। यह स्वतंत्रता संग्राम थाईलैंड को अंग्रेज़ी साम्राज्य के आदिकाल से मुक्ति दिलाने की ओर एक खास कदम था।
20वीं सदी में, थाईलैंड का इतिहास कई संघर्षों और सियासी परिवर्तनों से भरा था। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद, थाईलैंड ने अपने आधिकारों की सुरक्षा के लिए कई बदलाव किए और अपने संबंध विदेशी देशों के साथ मजबूत किए।
20वीं सदी में सामाजिक परिवर्तन की गति तेजी से बढ़ी। यहाँ पर विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण, जनता के अधिकारों की मांग,और सामाजिक विमर्श की प्रक्रियाएँ शामिल हैं।
20वीं सदी ने तकनीकी प्रगति की ओर अद्वितीय बदलाव कीया। विमान, टेलीविजन, कंप्यूटर, इंटरनेट, और मोबाइल फोन जैसे तकनीकी आविष्कार ने दुनिया को बदल दिया और लोगों के जीवन को सुविधाजनक बनाया।
द्वितीय विश्वयुद्ध दुनिया के इतिहास का सबसे बड़ा और अधिक प्रभावशाली संघर्ष था, जिसमें विश्व के कई देशों के बीच जंग लड़ी गई और मिलिटरी व्यक्तियों की इस मौके पर शौर्य दिखाई गई।
इस सदी में कई देशों में दिक्तेटर्शिप राजनीतिक प्रणालियों का उभार हुआ और यह अंतरराष्ट्रीय तनाव को बढ़ा दिया। साथ ही, आधुनिकीकरण ने व्यक्तिगत और आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा दिया।
20वीं सदी ने विश्व सामंजस्य की दिशा में कई प्रक्रियाएं शामिल की, जैसे कि संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की स्थापना, जिसका उद्देश्य विश्व शांति और सुरक्षा को बनाए रखना है।
द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद, विश्व का नक्शा बदल गया, जिसमें यूरोपीय और अफ्रीकी देशों के इम्पीरल साम्राज्य के संकट के साथ साथ सोवियत संघ और यूनाइटेड स्टेट्स का बढ़ता अधिकार शामिल था।
20वीं सदी विश्व के इतिहास में एक रोमांचक सदी थी, जिसमें तकनीकी प्रगति, समाजिक परिवर्तन, और राजनीतिक बदलाव के कई महत्वपूर्ण पहलू थे।
थाईलेंड की राजधानी :
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक है, और यह देश का सबसे बड़ा और खास शहर है और थाईलैंड की सारी सांसदीय कार्यवाहक और सारकारी दफ्तरों का मुख्य केंद्र है। बैंकॉक थाईलैंड की आर्थिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र है और यहाँ पर देश की सबसे अधिक आबादी रहती है।
इसके अलावा, बैंकॉक एक अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन और व्यापार का केंद्र भी है, और यहाँ कई प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल हैं जैसे कि ग्रैंड पैलेस, वट अरुण राजवर्धन, और खाओसन रोड। बैंकॉक थाईलैंड की आधिकारिक और सांसदीय राजधानी है और यह देश के राजा और सरकारी अधिकारियों के आवास का स्थान भी है|
थाईलेंड की जनसंख्या:
हैथाईलैंड की जनसंख्या लगभग 6.9 करोड़ है। और यह दुनिया की एक प्रमुख जनसंख्या वाले देशों में से एक है।
थाईलेंड की भाषा:
प्राधिकृत भाषा थाई है, यह बैंकॉक क्षेत्र के साथ-साथ पूरे देश में बोली जाती है और थाईलैंड की संविधानिक भाषा है।
थाई भाषा थाईलैंड की सांस्कृतिक और सामाजिक धारा का बेहद खास हिस्सा है और देश में बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। यह भाषा थाईलैंड के लोगों के बीच बोली जाने वाली भाषा है और सरकार, शिक्षा, मीडिया, और सार्वजनिक जीवन में व्यापक रूप से बोली जाती है।
थाई भाषा का लिपि थाई लिपि (Thai script) है, जिसमें अक्षरों का विशेष रूप होता है। थाई लिपि बाएं से दाएं लिखा जाता है और यह बहुत ही सुंदर और कल्पनाशील होता है।
थाईलैंड में कुछ अन्य भाषाएँ भी बोली जाती हैं, जैसे कि चीनी, मलय, लाओ, कम्बोडियन, और अंग्रेजी, लेकिन थाई भाषा ही सबसे प्रमुख और आधिकारिक भाषा है। लेकिन अंग्रेजी भी अच्छी तरह से समझी जाती है और व्यापार, पर्यटन, और शिक्षा में इसका उपयोग होता है।
थाईलेंड का धर्म:
थाईलैंड के लोग मुख्य रूप से बौद्ध धर्म के पालनकर्ता हैं, लेकिन हिन्दू और इस्लाम भी यहाँ के छोटे गुटों में प्राचलित हैं। बौद्ध धर्म के महात्मा बुद्ध की मूर्तियाँ और मंदिर देश के विभिन्न हिस्सों में देखी जा सकती हैं।थाईलैंड के धर्म बौद्ध को थेरावाद बौद्ध धर्म के रूप में जाना जाता है। इसे थाई बौद्ध धर्म के नाम से भी जाना जाता है, और थाईलैंड के अधिकांश लोग इसे मानते हैं। यह धर्म भगवान बुद्ध की उपदेशों और उनकी जीवन गाथा पर आधारित है।
थेरावाद बौद्ध धर्म के अनुसार, धर्मिक साधना, शिक्षा, और मनन के माध्यम से मोक्ष की प्राप्ति की जाती है। मन्दिर और मोनास्ट्रीज (विहार) धर्मिक गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण स्थल होते हैं, और यहाँ पर भगवान बुद्ध की प्रतिमाएं और पूजा के आदर्श उपस्थित होते हैं।
थाईलैंड में धर्म का महत्व बहुत ऊचा है, और धर्मिक गतिविधियों के लिए विशेष तिथियाँ और त्योहार मनाए जाते हैं। थाईलैंड में बौद्ध मोनास्टरीज और मंदिर सफलता के साथ समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और धार्मिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए लोग यहाँ जाते हैं।
इसके अलावा, थाईलैंड में हिन्दू और इस्लाम जैसे अन्य धर्मों के अनुयायी भी हैं, लेकिन बौद्ध धर्म देश के प्रमुख और प्राचीन धर्म है।
थाईलेंड का पर्यटन:घुमने की जगह
थाईलैंड विश्वभर में पर्यटकों केलिए जाना जाता है। यहाँ के पर्यटक खूबसूरत समुद्र तट, ऐतिहासिक स्थल, धार्मिक तीर्थस्थल, और वन्यजीवों के संरक्षण क्षेत्रों का आनंद लेते हैं।
बैंकाक: थाईलैंड की राजधानी बैंकाक पर्यटकों के लिए एक व्यापक प्रस्तावना है। यहां पर आप ग्रैंड पैलेस, वाट प्रा कीओ, और खाओ सान रोड जैसी प्रमुख आकर्षण देख सकते हैं। बैंकाक का नाम नाइटलाइफ, खाना, और शॉपिंग के लिए भी प्रसिद्ध है।
चियांग माई: चियांग माई उत्तरी थाईलैंड का मुख्य शहर है और यहां पर प्राकृतिक सौंदर्य और बौद्धिक धरोहर का एक समृद्ध विरासत है। यहां के दर्शनीय स्थल में दोई इनथान, चियांग माई नाइट सफारी, और चियांग माई जीप सफारी शामिल हैं।
पटाया: पटाया थाईलैंड के पोपुलर बीच रिसॉर्ट टाउन में से एक है और यहां पर आप प्रमुख बीचेस, रेस्टोरेंट्स, और रेज़ार्ट्स देख सकते हैं।
फुकेट: फुकेट एक औपचारिक द्वीप है जो यात्रीगण के लिए एक शांत और एकादिक जहग है। यहां पर पाटोंग बीच, कारोन बीच, और जूनसेलॉन बीच जैसे खूबसूरत समुद्र तट हैं।
चियांग राय:
चियांग राय एक शांत छोटे शहर है जो एकादिकता और सुंदर दृश्यों के लिए फेमस है। यहां पर आप ताइलैंड के पूर्वी समुद्र तट का आनंद ले सकते हैं।
कोसमुई: कोसमुई द्वीप एक पॉपुलर पर्यटन स्थल है, जिसमें खूबसूरत समुंदर किनारा, पार्टी और एडवेंचर गतिविधियाँ शामिल हैं।
आयुत्थया: आयुत्थया एक प्राचीन शहर है जो थाईलैंड की पूर्वी ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक है। यहां पर विश्व धरोहर स्थल के रूप में UNESCO द्वारा मान्यता प्राप्त है।
क्राबी: क्राबी एक औपचारिक समुंदर तट के लिए मशहूर है और यहां पर आप रेले बेच, फूल मून पार्टी, और एक्वारियम का आनंद ले सकते हैं।
हुआ हिन: हुआ हिन एक शांत बीच गैटवे है जो दिव्यभाषी पर्यटकों के लिए पॉपुलर है। यहां पर आप स्नॉर्कलिंग और स्कूबा डाइविंग का मज़ा ले सकते हैं।
फ्लोटिंग मार्केट:
फ्लोटिंग मार्केट एक तरह का पानी पर बना हुआ बाजार है, जहां आप छोटी नाव में बैठकर यहां के बाजार से खरीदी कर सकते हैं। जलीय बाजार आपको थाई संस्कृति से परिचित कराता है, यहां पर आप थाई बॉक्सिंग का मज़ा भी ले सकते हैं|
थाई खाना विश्व भर में लोकप्रिय है और यह अपने विविधता और स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। यह खासतर बहुत ही मसालेदार, चटपटा, और आकर्षक होता है। थाई खानपान की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं|
तम युम गै: यह थाईलैंड का एक प्रसिद्ध सलाद है जिसमें ताजा सब्जियां, मसाले, नमक, और नीबू के रस के साथ तैयार किए जाते हैं। इसमें अकेले या चावल के साथ परोसा जा सकता है। ग्रीन करी: थाईलैंड का ग्रीन करी स्वादिष्ट और आरामदायक होता है। इसमें कोकोनट मिल्क, मसाले, सब्जियां, और प्रायः कुकीड़ मिलाकर बनाया जाता है। पद थाई: यह एक प्रकार का थाई नूडल्स होता है, जिसमें ताजा सब्जियां, टोफू या मीट, पीनट्स, और स्पाइसी सॉस के साथ बनाया जाता है।
सोम तुम: यह थाई रोल होते हैं जिनमें छोटे टोफू, सब्जियां, और चटनी को राइस पेपर में बंद किया जाता है।
सते: सते थाईलैंड में प्रायः गार्लिक और पीनट्स के साथ बनाई जाने वाली मसालेदार चटनी है, जो कई विभिन्न व्यंजनों के साथ परोसी जाती है।
थाई इसान खाना: थाई इसान खाना उत्तर-पूर्वी थाईलैंड की खासतर प्रशंसा करता है और इसमें चावल, सब्जियां, मीट, और मसालों का उपयोग होता है। ताजा फल और नारियल पानी: थाईलैंड में ताजे फल और नारियल पानी का स्वाद बहुत ही अच्छा होता है। यहाँ की जड़ी-बूटियों से बने फलों के रस और नारियल पानी का सेवन बहुत आम है|
थाईलेंड की संस्कृति:
थाई संस्कृति में बौद्ध धर्म की खास भूमिका है, और यहाँ के लोग अपनी धर्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को महत्व देते हैं।और धर्मिक गतिविधियों में भाग लेते हैं।थाईलैंड में बहुत सारे राजमहल और मंदिर हैं, जैसे कि ग्रैंड पैलेस, वट अरुण राजवर्धन, और वट सकेत राजवर्धन मंदिर। ये स्थल धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
थाईलैंड में लोकनृत्य और संगीत की भी एक खास जगह है। खण्ड नृत्य, थाई द्रम्स, ख्यानजई (थाई खाना), और थाई गॉंगवन (थाई गोलियाँ) जैसे पारंपरिक कला और संगीतीय उपयोगी करण बड़े पैमाने पर प्रकट होते हैं।
थाईलैंड में थाई सिल्क और बाटिक जैसे वस्त्रों का महत्वपूर्ण स्थान है। थाई ड्रेस के बहुत सारे प्रकार होते हैं, और वे सामाजिक स्थिति और खास ज़रूरत के हिसाब से चुने जाते हैं।थाई खानपान की परंपरा बहुत ही टेस्टी होती है और विविधता से भरपूर होती है। थाई खानपान में मसालेदार रसोई, सब्जियों, नूडल्स, और समृद्ध मसालों का इस्तेमाल किया जाता है।
थाईलैंड में मूर्तिकला का महत्वपूर्ण स्थान है, और बौद्ध धर्म से संबंधित मूर्तियों का निर्माण बड़े ध्यान से किया जाता है।
थाईलैंड की संस्कृति उसके पारंपरिक मूल्यों, धार्मिक अनुष्ठानों, और आर्थिक गतिविधियों की पहचान कराती है, और यह देश की विविधता को प्रकट करती है।
थाईलेंड की अर्थव्यवस्था:
थाईलैंड की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से व्यापार और पर्यटन पर आधारित है, लेकिन कृषि भी यहाँ की आर्थिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
थाईलेंड की शिक्षा:
थाईलैंड में शिक्षा का स्तर उच्च है और यहाँ के विश्वविद्यालय और शैक्षिक संस्थान अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त हैं।थाईलैंड में शिक्षा की व्यवस्था सरकार द्वारा प्रबंधित होती है और शिक्षा मंत्रालय के अधीन है। शिक्षा का मूल उद्देश्य यह है कि हर एक थाई नागरिक को बुनियादी शिक्षा प्राप्त होनी चाहिए।
थाईलैंड में शिक्षा की स्तरों की एक चार-स्तरीय प्रणाली होती है – प्राथमिक शिक्षा (Primary Education), माध्यमिक शिक्षा (Secondary Education), उच्च माध्यमिक शिक्षा (Higher Secondary Education), और उच्च शिक्षा (Higher Education) थाईलैंड की शिक्षा सिस्टम अपनी विविधता और मान्यताओं के लिए फेमस है, और यह छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में उत्तराधिकारी बनाने का संवेधानिक तरीका प्रदान करता है।
थाईलेंड की सरकार:
थाईलैंड एक प्रजातांत्रिक राजतंत्र है और राजा द्वारा चलाया जाता है। यहाँ के संसद और सरकार की भूमिका भी महत्वपूर्ण हैं।
थाईलेंड की करेंसी:
थाईलैंड की मुद्रा की बात करें तो उनकी मुद्रा “बाह्ट” (Thai Baht) होती है। यह थाईलैंड की आधिकारिक मुद्रा है और इसका संक्षेप चिह्न “฿” होता है। थाई बाह्ट को आमतौर पर “TBH” या “THB” के रूप में दर्ज किया जाता है। थाई बाह्ट को सिक्कों और नोट्स के रूप में प्रिंट किया जाता है, और यह थाईलैंड में व्यापारिक और व्यक्तिगत लेन-देन के लिए प्रचलित है।
थाइलैंड के बारे में रोचक तथ्य:
थाईलैंड दक्षिण-एस्ट एशिया में स्थित है और यह बाट और समुद्र के साथ घिरा हुआ है। यह एक प्रमुख पर्यटन गंगा है और अपने सुंदर समुद्र तट, प्राकृतिक पार्क्स, और गहरे वन्यजीवन के लिए प्रसिद्ध है।
थाई भाषा यहां की प्रमुख भाषा है, लेकिन अंग्रेजी भी व्यापार, पर्यटन, और शिक्षा में प्रयुक्त होती है।
बौद्ध धर्म यहां का प्रमुख धर्म है, और यहां के लोग अधिकांशत: बौद्ध होते हैं। हिन्दू और मुस्लिम धर्म भी थाईलैंड में प्रचलित हैं।
थाई खाना दुनिया भर में मशहूर है, और यहां की खासियत है थाई करी, पद थाई, ग्रीन करी, और तम यम सूप जैसे व्यंजन।
थाईलैंड में बहुत सारे बौद्ध मंदिर हैं, जिनमें से सबसे प्रमुख हैं वाट प्रा केओ (Wat Phra Kaew) और वाट फ्रा सिंग (Wat Phra Singh)
थाईलैंड पर्यटकों के बीच एक लोकप्रिय गन्धबंधन है, और यहां के पर्यटकों को अपनी सुंदर प्लाज़े, खास रूप से फाया, और बौद्ध मंदिरों की यात्रा का आनंद लेने का मौका मिलता है।
सोंगक्रान, लॉय क्राथॉंग, और यी पेंग फेस्टिवल जैसे पर्व यहां के लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं और विशेष रूप से धार्मिक और सामाजिक महत्व के होते हैं।
थाईलैंड वन्यजीवन को संरक्षित करने के लिए कई राष्ट्रीय पार्क और वन्यजीवन संरक्षण क्षेत्रों के लिए प्रसिद्ध है। यहां के वन्यजीवन में बाघ, हाथी, लेपर्ड, और भालू जैसे वन्यजीवन होते हैं।
थाई बाह्ट (Thai Baht) यहां की मुद्रा है और यहां के व्यापारिक लेन-देन का माध्यम है।
प्राकृतिक सौंदर्य: थाईलैंड में प्राकृतिक सौंदर्य की अद्वितीयता है, और यहां के तम्बाकूवृक्षों, प्राकृतिक जलवायु, और एकसुंदर बांध के लिए प्रसिद्ध है।