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pakistan azadi se lekar 2024 tak ki jankari-पाकिस्तान उथल -पुथल से भरा इतिहास

pakistan azadi se lekar 2024 tak ki jankari-पाकिस्तान उथल -पुथल से भरा इतिहास

pakistan azadi se lekar 2024 tak ki jankari-पाकिस्तान उथल -पुथल से भरा इतिहास

pakistan azadi se lekar 2024 tak ki jankari-पाकिस्तान उथल -पुथल से भरा इतिहास

पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिस का आज़ादी के बाद का इतिहास बोहोत ही उतर चढाव  से भरा रहा|इस  देश  की लगाम ज्यादा तर पाकिस्तानी सेना के हाथो में रही| इस देश की सरकार ने कभी भी  5 साल पुरे नहीं किये इस blog पोस्ट में पाकिस्तान की आज़ादी से लेकर 2024 की जानकारी आप को देने जा रहे है| वैसे तो पाकिस्तान का उथल -पुथल से भरा इतिहास रहा है|

21 करोड़ आबादी वाला यह दुनिया का 5 वा आबादी वाला देश है यह 8,81,913 वर्ग किलोमीटर (3,40,509 वर्ग मील) इलाके में फैला है |यह 33 वा सब से बड़ा देश है पाकिस्तान मुस्लिम आबादी के हिसाब से दूसरा सब से बड़ा मुल्क है | उर्दू पंजाबी सिन्धी बलूची और पश्तो हिंदी पाकिस्तान की मुख्य बोली जाने वाली भाषाए है इस्लामाबाद पाकिस्तान की राजधानी है|

पाकिस्तान में लगभग 96 प्रतिशत लोग मुस्लिम हैं 77% सुन्नी और 20% शिया इस के अलावा  1.85% हिन्दू और 1.6% ईसाई है|

पाकिस्तान में पंजाबी 44.7%, पश्तून (pathan }15.43%,सिन्धी 14.2%, मुल्तानी 8.4%, मुहाजिर 7.6% बलोची 3.4% रहते  है|

भारत के विभाजन के समय 1947 में पाकिस्तान का जन्म हुआ सन् 1933  में चोधरी रहमत अली जो की केब्रिज विश्वविध्यालय का  एक विध्यार्थी था उस ने पाक्स्तान  शब्द का सृजन किया जो बाद में पाकिस्तान कहलाया 1947 से 1970 तक, पाकिस्तान दो भागों में विभाजित हो गया था: पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान। 1971 के दिसंबर में भारत ने पूर्वी पाकिस्तान का साथ देते हुए  पश्चिमी पाकिस्तान के साथ युद्ध  किया इस युद्ध का नतीजा यह हुआ की पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बन गया, जबकि पश्चिमी पाकिस्तान पाकिस्तान ही रह गया|

पाकिस्तान का इस्लामीकरण और इतिहास

711 ईस्वी में हिंदू राजपूतों ने पाकिस्तान का पश्चिमी हिस्सा जीता। 1076 इस्वी में, गजनी ने राजा जयपाल शाही से इस क्षेत्र को जीत लिया था। उस समय बहुत से हिंदू लोग इस्लाम धर्म अपनाने लगे। अरबो ने उनको शेख का पद दिया।

हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करने के कई कारणों में से आर्थिक दबाव और इस्लाम की आस्था यह दो सबसे खास वजह थी। यह परिवर्तन मुस्लिम शासकों के शासन में संरक्षण और सामाजिक गतिशीलता के कारण हुआ। काफिर लोगों पर जिजिया कर लगा था उस कर से बचने के लिए भी इस्उलाम अपनाया गया  इस के अलावा ऊस समय की कठोर जाति व्यवस्था के कारण दलित जातीय के लोगों को ऊँची हिंदू जातियों द्वारा सामाजिक अपमान और अत्याचार का सामना करना पड़ता था|

इस अपमान और तिरस्कार से परेशान हो कर दलित जाती के लोगो ने हिन्दू घर्म छोड़ना शुरू कर दिया और सूफी मुस्लिमो की मदद से इस्लाम धर्म अपना लिया| मुस्लिम धर्म में ऊँच-नीच के भेद भाव नहीं थे सब को समान समझा जाता था| इस कारण भी दलित लोग इस्लाम धर्म से आकर्षित हुए|

13 वी और 14 वी सदी में हिंदू जातियों का मुस्लिम परिवर्तन होने लगा|  मुस्लिम हमला कर्ताओ की जित का भी बोहोत असर हुआ इस कारण ऊँची हिन्दू जातियों ने  भी अपना फाएदा  देख कर मुस्लिम धर्म को अपना लिया

आजादी के बाद की खास घटनाए :

1947 में अंग्रेजों से भारत को आज़ादी मिली । 15 अगस्त को भारत और  एक दिन पहले 14 अगस्त को पाकिस्तान आज़ाद हुआ भारत से। 1948 और 1965 में पाकिस्तान ने भारत के साथ लड़ाई लड़ी। इन दोनों युद्धों में जीत का फैसला नहीं हो सका, और अंतर्राष्ट्रीय संधि ने युद्ध को समाप्त कर दिया।

1947 : में भारत को अंग्रेजों से आजादी मिलने के बाद पाकिस्तान भी 14 अगस्त को आज़ाद हुआ  पाकिस्कतान की स्थापना करने वाले मोहम्मद अली जिन्ना देश के गवर्नर जनरल बने। प्रधानमंत्री लियाकत अली खान को बनाया गया । जिन्ना एक साल बाद ही टीबी की बीमारी से मर गए।

1951: में प्रधानमंत्री लियाकत अली खान को रावलपिण्डी में मार डाला गया था। वह कंपनी बाग में एक बैठक में थे जब उन पर दो गोलियां दागी गईं। मौके पर ही हमलावर को पुलिस ने मार डाला। लियाकत अली को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वे बच नहीं पाए। पाकिस्तान के दूसरे प्रधानमंत्री बंगाली मूल के ख्वाजा नजीमुद्दीन बने।

पाकिस्तान ने 1956 में अपना पहला संविधान प्राप्त किया। लेकिन 1958 में पाकिस्तान के पहले राष्ट्रपति इसकंदर मिर्जा ने राजनीतिक संघर्ष के बीच संविधान को रद्द करके मार्शल लॉ लगा दिया। कुछ दिनों बाद ही जनरल अयूब खान मिर्जा ने देश का राष्ट्रपति पद छोड़ दिया। पाकिस्तान में पहली बार सेना ने शासन किया।

1965: में, अयूब खान ने पाकिस्तान में अमेरिका की तरह राष्ट्रपति चुनाव कराने का फैसला किया। वह खुद पाकिस्तान मुस्लिम लीग के उम्मीदवार बने जबकि जिन्ना की बहन फातिमा जिन्ना को विपक्ष ने उतारा। अयूब खान इलेक्ट्रोल कॉलेज ने चुनाव जीता, हालांकि फातिमा जिन्ना को बहुत से वोट मिले थे। इसी वर्ष भारत-पाकिस्तान का युद्ध हुआ, इस युद्ध में पाकिस्तान की हार हुई|

1965 में भारत के साथ जंग के परिणामों ने अयूब खान की छवि को बहुत नुकसान पहुँचाया। उन्होंने व्यापक विरोध के बीच राष्ट्रपति पद छोड़ दिया और सत्ता अपने आर्मी चीफ जनरल याहया खान को सौंप दी। फिर देश में मार्शल लॉ लागू हुआ और सभी असेंबलियां समाप्त हो गईं। 1969 :में फातिमा जिन्ना के खिलाफ विवादास्पद जीत  हुई

1970 :पाकिस्तान में सार्वजनिक चुनाव हुए। पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) के प्रधानमंत्री शेख मुजीबउर रहमान की पार्टी ने आवामी लीग जीत ली। आवामी लीग को नेशनल असेंबली की कुल 300 सीटों में से 160 सीटें मिलीं। पाकिस्तान पीपल्स पार्टी, जुल्फिकार अली भुट्टो की पार्टी, 81 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। आवामी लीग की जीत को मान्यता नहीं दी गई।

1971 :के चुनावों को लेकर हुए विवाद ने युद्ध की स्थिति पैदा की। भारत ने इसमें पूर्वी पाकिस्तान की मदद की और 1971 में भारतीय उपमहाद्वीप में ‘बांग्लादेश’ बन गया। 1947 में भारत को धर्म के कारण विभाजित किया गया था (द्विराष्ट्र सिद्धान्त), लेकिन एक धर्म होने के बावजूद पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान एक साथ नहीं रह पाए।

1972 :याहया खान की सत्ता में रहना मुश्किल होने लगा, क्योंकि उन्हें पाकिस्तान की हार का दोषी ठहराया गया। ऐसे में उन्होंने जुल्फिकार अली भुट्टो को देश का नेतृत्व सौंप दिया। पाकिस्तान के राष्ट्रपति जुल्फिकार अली भुट्टो ने मार्शल लॉ को हटा दिया। भुट्टो ने पाकिस्तान में 1972 में ही परमाणु कार्य शुरू किया था।

1973: में फिर से पाकिस्तान में एक “नया संविधान” लागू हुआ, जिसके तहत देश को एक संसदीय लोकतन्त्र बनाया गया, जिसमें प्रधानमंत्री सरकार का नेतृत्व था। भुट्टो राष्ट्रपति से प्रधानमंत्री बन गए। 1976 में, भुट्टो ने जनरल जिया उल हक को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बनाया, लेकिन बाद में यह उनके लिए बहुत मुसीबत बन गया।

1977: भुट्टो की पार्टी ने पाकिस्तान के आम चुनाव में बड़ी जीत हासिल की। लेकिन विपक्ष ने चुनावों में धांधली का आरोप लगाया, जिससे देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। मौका मिलते ही जिया उल हक ने भुट्टो का तख्तापलट कर दिया और देश में मार्शल लॉ को फिर से लागू कर दिया।

1978 :में, जिया उल हक ने पाकिस्तान का राष्ट्रपति पद संभाला। उन्होंने सेना प्रमुख भी बनाए रखा। भुट्टो को जिया की “हत्या के साजिश” के आरोप में दोषी ठहराया गया और उसे फांसी दी गई। इसी वर्ष जिया उल हक ने देश को इस्लामीकरण करने की अपनी नीति के तहत विवादित हूदूद ऑर्डिनेंस बनाया, जो कुरान के अनुसार सजाएं देने की अनुमति देता था।

1985 :पाकिस्तान में पार्टी के आधार पर नहीं, बल्कि आम चुनाव हुए। नई नेशनल असेंबली ने जिया के पिछले आठ साल के कार्यों पर मुहर लगाई और मार्शल लॉ को हटा दिया गया. वे राष्ट्रपति भी चुने गए। प्रधानमंत्री मोहम्मद खान बन गए। इससे पहले, 1984 में जिया उल हक ने अपनी इस्लामीकरण की नीति पर जनमत संग्रह भी कराया, जिसमें 95 लोगों ने समर्थन दिया।

1988: में बढ़ते विवादों के बीच, जिया उल हक ने संसद को भंग कर दिया और जुनेजो की सरकार को भी गिरा दिया। उन्होंने देश में 90 दिनों के भीतर नए आम चुनाव कराने का वादा किया था, लेकिन 17 अगस्त 1988 को वह और 31 अन्य साथियों के साथ एक विमान दुर्घटना में मारे गए। 1978 से 1988 तक जिया उल हक ने पाकिस्तान पर राज किया था। देश के आम चुनाव में पाकिस्तान पीपल्स पार्टी ने भारी बहुमत हासिल कि।

पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो की बेटी बेनजीर भुट्टो बनीं। बेनजीर की पाकिस्तान पीपल्स पार्टी ने चुनाव में38 प्रतिशत मत हासिल किए। नवाज शरीफ की इस्लामी जम्हूरी इत्तेहाद पार्टी ने 30 प्रतिशत मतों के साथ दूसरे स्थान पर स्थान लिया।

1990: में बेनजीर को भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण पद छोड़ना पड़ा। भुट्टो सरकार को बर्खास्त करने के लिए राष्ट्रपति गुलाम इशाक खान ने संसद को भंग कर दिया। नवाज शरीफ जिया में चुनाव जीतकर देश के प्रधानमंत्री बन गए। साल भर बाद, पाकिस्तान की संसद ने शरिया बिल को मंजूर किया, जिससे इस्लामिक कानून पाकिस्तान की न्याय व्यवस्था में शामिल हो गया।

1993 :राष्ट्रपति गुलाम इशाक खान ने भी नवाज शरीफ सरकार पर भ्रष्टाचार और नाकारेपन के आरोप लगाए। इसी वर्ष उन्होंने स्वयं भी इस्तीफा दे दिया था। पाकिस्तान में फिर चुनाव हुए, जिसमें बेनजीर भुट्टो दूसरी बार प्रधानमंत्री बनीं। फारूक लेघारी, पाकिस्तान पीपल्स पार्टी का सदस्य, देश का राष्ट्रपति चुना गया।

1996: में, राष्ट्रपति लेघारी ने नेशनल असेम्बली को भंग करके बेनजीर सरकार को बर्खास्त कर दिया, जो भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी थी। इस प्रकार, दस साल के भीतर देश ने चौथी बार आम चुनाव कराया। 1997 के चुनाव में नवाज शरीफ की पीएमएल (एन) भारी जीत से दूसरी बार पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बन गया।

1998 :बलूचिस्तान के चघाई की पहाड़ियों में पाकिस्तान ने परमाणु परीक्षण किया। भारत ने इससे कुछ दिन पहले पोखरण में अपना दूसरा परमाणु परीक्षण किया था। पाकिस्तान परमाणु परीक्षण के बाद विश्व समुदाय ने उसके खिलाफ कड़े आर्थिक प्रतिबन्ध लगाए। इसके बावजूद, इससे भारतीय उपमहाद्वीप में परमाणु हथियारों का प्रसार रोका नहीं जा सका था।

1999 :में पाकिस्तान ने गुप्त रूप से कारगिल की पहाड़ियों पर कब्ज़ा कर लिया था। इसके परिणामस्वरूप भारत-पाकिस्तान में कारगिल युद्ध हुआ। भारत ने इस युद्ध में जीत हासिल की। कारगित की पहाड़ियों से  पाकिस्तानी सेना को निकलना पड़ा। नवाज शरीफ ने जनरल परवेज मुशर्रफ की जगह ख्वाजा जियाउद्दीन अब्बासी को सेना का प्रमुख बनाना चाहा। लेकिन मुशर्रफ को इसका पता लगते ही नवाज शरीफ को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें नजरबन्द कर दिया। यह चौथी बार था कि एक सैन्य नेता ने पाकिस्तान की बागडोर संभाली।

2000: पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने मुशर्रफ को सही ठहराया और उन्हें तीन साल का पूरा अधिकार दिया। इसी वर्ष नवाज शरीफ और उनका परिवार सऊदी अरब में निर्वासित हो गए। 2001 में मुशर्रफ ने पाकिस्तान का राष्ट्रपति बनकर सेना का नेतृत्व भी रखा। पाकिस्तान में फिर से आम चुनाव हुए, जिसमें पीएमएल (क्यू) ने ज्यादातर सीटें जीतीं। मुशर्रफ ने ही इस पार्टी को बनाया, जिसमें उनके वफादारों को महत्वपूर्ण पद मिले। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जफरउल्लाह खान जमाली चुने गए, लेकिन वह सिर्फ दो साल ही पद पर रह पाए। 2004 में शौकत अजीज ने पाकिस्तान का प्रधानमंत्री पद संभाला।

2007: में परवेज मुशर्रफ ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस इफ्तिखार मुहम्मद चौधरी को बर्खास्त  कर दिया इस कारण  देश भर में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए। चौधरी को अंततः बहाल किया गया, लेकिन मुशर्रफ ने देश में आपातकालीन स्थिति घोषित कर दी। इस बीच, पाकिस्तानी संसद का पहला पांच वर्षीय कार्यकाल पूरा हुआ।पाकिस्तान पीपल्स पार्टी की नेता बेनजीर भुट्टो आम चुनावों में भाग लेने वापस पाकिस्तान गईं। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला वापस लिया गया। लेकिन रावलपिंडी में चुनावी रैली के दौरान बम विस्फोट से वे मारे गए। पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली खान की हत्या उसी कंपनी बाग में हुई थी।

2008 :में पीपीपी ने बेनजीर की मृत्यु के बाद हुए चुनावों में सहानुभूति का फायदा उठाया और नेशनल असेंबली की ज्यादातर सीटें उसके खाते में आईं। जब बेनजीर के पति आसिफ अली जरदारी राष्ट्रपति बने, तो यूसुफ रजा गिलानी प्रधानमंत्री बने। पीपीपी सरकार ने विवादों और आरोपों के बीच पांच साल का कार्यकाल पूरा किया।

2013: पीएमएल (एन) ने पाकिस्तान में आम चुनाव जीता। तीसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ बने। 2013 के चुनाव में, क्रिकेट से राजनेता बनने वाले इमरान खान की पार्टी तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई। 17 प्रतिशत वोटों से उसने खैबर पख्तून ख्वाह प्रांत में अपनी सरकार बनाई और राष्ट्रीय संसद की 35 सीटें जीतीं।

2017 :में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार के आरोपों में पद से हटाया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें चुनाव में भाग लेने और किसी सार्वजनिक पद पर रहने से अयोग्य करार दिया। शाहिद खाकान अब्बासी, उनके विश्वासपात्र, प्रधानमंत्री बन गया। नवाज शरीफ कहते हैं कि उनके खिलाफ चल रहे मुकदमे राजनीतिक हैं। वह भी पाकिस्तानी सेना से संघर्ष के कारण चर्चा में आए।

2018:पाकिस्तान में एक बार फिर चुनाव हो गया। सेना पर आरोप लगाया गया कि वह नवाज शरीफ और उनकी पार्टी को सत्ता से बाहर रखना चाहती थी। सेना ने चुनाव मैदान में इमरान खान का समर्थन किया। चुनाव प्रक्रिया में धांधली का भी आरोप लगाया गया था। हालाँकि इमरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं, देश एक गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है।

2019 :में इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने के बाद पाकिस्तान को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ा है। । इमरान खान की कई कोशिशों के बावजूद, पाकिस्तान अभी भी अपने आर्थिक संकट से बाहर नहीं आया | इमरान खान ने अपने चुनाव प्रचार में पाकिस्तान को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने की बात की थी। भारत के साथ चल रहे तनाव से पाकिस्तान को भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

2023:में इमरान खान पर सरकारी उपहार बेचने के आरोप लगे है और दोसी ठहराया गया जिस की वजह से इमरान खान को 3 साल की जेल हुई है |

भूगोल

यह विश्व में क्षेत्रफल के हिसाब से 36वें स्थान पर है। इसकी सामुद्रिक सीमा अरब सागर से 1046 किलोमीटर लंबी है। इसकी जमीन की सीमा 6,744 किलोमीटर है. यह अफगानिस्तान से 2430 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में, 909 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में, 512 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में, चीन से (गुलाम कश्मीर से सीमा) और 2912 किलोमीटर पूर्व में भारत से लगती है|

पाकिस्तान के उत्तरी हिस्से में पहाड़ियाँ हैं। यहाँ हिमालय के कई ऊँचे शिखर स्थित हैं। इन्हीं के बीच से गुजरने वाली  पतली सड़क को “खैबर पास” कहा जाता है। भारत से निकलने वाली पाँच नदियाँ, झेलम, चिनाब, रावी, सतलज और बियास, यहाँ की ज़मीन से हो कर बहती हैं. और वहां की ज़मीन को  बहुत उपजाऊ बनाती है जिसे पंजाब कहते हैं। इनके संगम से दक्षिण की ओर सिंधु नदी बनती है, जिसकी घाटी और भी उपजाऊ है। अरबी समुद्र इसे दक्षिण में मिलता है।

पाकिस्तान का भूगोल बहुत विविध है, दक्षिण में समुद्री घाटों (बीच, या दीघा) से उत्तर में काराकोरम हिमालय और हिंदुकुश की बर्फीली चोटियों तक। लेकिन औसतन यह क्षेत्र शुष्क है। 100 सेंटीमीटर बारिश हर साल  होती है। पाकिस्तान की पांच चोटियाँ 8000 मीटर से ज्यादा की ऊँचाई पर हैं। मौसमी विविधता उत्तरीइलाकों  में ज्यादा है। गर्मियों में वहाँ तापमान 45 डिग्री से ज्यादा होता है, जबकि सर्दियों में तापमान जमने तक पहुँच जाता है। दक्षिण में यह विविधता बहुत कम होता है।

यहाँ की प्रमुख नदी सिंधु है। इसके अलावा, सिंधु की सहायक नदियाँ पंजाब के चारों ओर बहती हैं, जो पंजाब की जलवायु को कृषि के लिए अनुकूल बनाती हैं। बलोचिस्तान सिंधु नदी के पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम में है। दुनिया का एक लोता थारपारकार उर्वर मरुस्थल है, जो सिंध के पूर्वी भाग में फैला हुआ है। देश की 27% ज़मीन खेती लायक है।

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पाकिस्तान में घुमने की जगह:

1.पीर सोहावा यह समुद्र तल से लगभग 5,000 फ़ीट की ऊँचाई पर स्थित यह स्थान पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच ताज़ी हवा में सैर करने और खुबसूरत नजारो को निहारने के लिए फेमस  है।यह खुबसूरत जगह इस्लामाबाद के पास मारगल्ला हिल्स में स्थित है|

2.मोहनजोदड़ो जो लोग इतिहास से प्यार करते हैं, वे इस शहर की इंजीनियरिंग और शहरी नियोजन से मोहित हो जाएंगे जो अपने समय से बहुत आगे थे| देश के दक्षिण-पूर्वी भाग में सिंध प्रांत में मिले मोहन जोदड़ो के खंडहर काफी फेमस है| यह 2500 ईसा पूर्व का एक ऐतिहासिक स्थल है। जो एक बहुमूल्य खोज है|

3.देवसाई राष्ट्रीय उद्यान  इस उद्यान में हिमालयी भेड़िये, साइबेरियाई आइबेक्स, लाल लोमड़ी और पीले पेट वाले मर्मोट शामिल हैं। इस जगह से आप बर्फ से ढके पहाड़ो को भी देखने का मज़ा ले सकते है|प्रकृति से प्कयार करने वालो के लिए यह जगह सब से अच्छी है|

4.नीलम घाटी  यह एक धनुष के आकार की घाटी है जिस की ऊचाई  13,000 फ़ीट है यह उत्तरी आज़ाद कश्मीर में स्थित है| यह घाटी हरे-भरे जंगलों और बहती नदियों से घिरी हुई है। पाकिस्तान की खुबसूरत जगहों में से यह एक है|

5.कॉनकॉर्डिया पाकिस्तान दुनिया की चौदह सबसे ऊंची पर्वत चोटियों में से पांच का घर है।यह देश के उत्तर में, चीनी सीमा के आसपास स्थित है।

कॉनकॉर्डिया से इन पांच सबसे ऊंचे पहाड़ों में से चार का शानदार नज़ारा देखा जा सकता हैं। पैदल यात्रियों और पर्वतारोहियों के लिए  यह सब से अच्छी जगह है|

6.बादशाही  मस्जिद  1670  में बनी बादशाही मस्जिद जो लाहोर में मुगल साम्राज्य का एकखुबसूरत स्मारक है,जिसमें चार मीनारें और तीन गुंबद हैं जो प्रांगण का निर्माण करते हैं इस मस्जिद को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की सूचि में शामिल किया गया है|

7. नारन कधन खैबर पख्तूनख्वा में एक ऐसी खुबसूरत जगह है जहा खूबसूरत नदियाँ, खेतों के किनारे, बर्फ से ढकी चोटियाँ और खूबसूरत झीलें मिलेंगी। इस घाटीको देखने के लिए  हर साल बोहोत टूरिस्ट आते है|

8.स्वात घाटी इस खुबसूरत घाटी में आप  ट्रैकिंग, हाइकिंग, बैकपैकिंग का आनंद ले सकते हैं यह घटी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित|

9.अट्टाबाद झील जनवरी 2010 में अट्टाबाद गांव में भूस्खलन की वजह से यह झील अस्तित्व में आई इस का पानी नीले कलर का है जो हुंजा घाटी की पहाड़ी भूमि को 2 भागो में बाटता है| यहाँ स्कीइंग, बोटिंग, मछलियाँ पकड़ना और अन्य रोमांचक अनुभव आप को करने को मिलेगे|

10.हुंजा घाटी इस घटी को पाकिस्तान का रत्न भी कह सकते है|यह खुबसूरत घाटी हिमालय और कराकोरम पर्वत चोटियों के बीच बसी है।यहाँ आपको मार्खोर, औंस, आइबेक्स और लाल लोमड़ी  देखने को मिलेगी

इस के अलावा यहाँ के लहराते हरे भरे खेतो का नज़ारा नज़ारा भी बेहद खुबसूरत  है |

पाकिस्तान की राजधानी:

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इस्लामाबाद पाकिस्तान की राजधानी है और इसे देश का सबसे खूबसूरत शहर माना जाता है। यह शहर अपने व्यवस्थित डिज़ाइन, हरे-भरे पार्कों और पहाड़ों की खूबसूरती के लिए फेमस है। इस्लामाबाद पाकिस्तान के उत्तरी हिस्से में पंजाब प्रांत के पास, मारगल्ला पहाड़ियों के तल में            बसा हुआ है। इस्लामाबाद का मतलब “इस्लाम का शहर” होता है| क्षेत्रफल के हिसाब से यह लगभग 906 वर्ग km है।

इस्लामाबाद को 14 अगस्त 1967 को आधिकारिक रूप से पाकिस्तान की राजधानी घोषित किया गया था। इस्लामाबाद से पहले कराची इस देश की राजधानी हुआ करती थी| इस्लामाबाद की साक्षरता दर 87% से अधिक है, जो इसे देश का सबसे शिक्षित शहर बनाती है। जनसँख्या की बात करे तो 2021 के अनुमान के अनुसार, इस्लामाबाद की जनसंख्या लगभग 1.2 मिलियन है। पाकिस्तान का एक प्रमुख विश्वविद्यालय है, जो उच्च शिक्षा और अनुसंधान के लिए जाना जाता है। इस को कैद -ऐ -आज़म का नाम दिया गया है|

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था:

पाकिस्तान एक विकसित देश है। 2007 तक, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 7 प्रतिशत प्रति वर्ष गिर रही थी। पाकिस्तानी रुपया यहाँ की मुद्रा है, जो पैसे में बाँटा जा सकता है। 2006 में एक अमरीकी डालर लगभग 104 पाकिस्तानी रुपये था। 2005 तक पाकिस्तान पर 240 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज था, जो अमेरिका द्वारा ऋण माफी और अन्य संस्थाओं द्वारा वित्तीय सहायता के कारण कम होता जा रहा था, लेकिन अब अमेरिका पाकिस्तान को कोई मदद नहीं करेगा।

पाकिस्तान की जनसँख्या :

पाकिस्तान की कुल जनसंख्या  2017 के आंकड़ों के अनुसार 20,77,74,520 (लगभग 20.7 करोड़) है, जो पाकिस्तान को विश्व में छठा स्थान देता है  इसकी जनसंख्या ब्राजील से कम है और रूस से अधिक है। यह भविष्य में तेजी से बढ़ने की संभावना है क्योंकि यहाँ की जनसंख्या वृद्धि दर अधिक है। 25 अगस्त, 2017 को आम हितों की परिषद ने अस्थाई परिणाम प्रस्तुत किया।

इन परिणामों के अनुसार, 19 वर्षों में पाकिस्तान की कुल आबादी 57% बढ़ी, 20.78 करोड़ हो गई। गिलगित-बल्तिस्तान और आजाद कश्मीर के आंकड़े पाकिस्तान की जनगणना के अस्थायी परिणामों में नहीं हैं  लेकिन वे 2018 में जारी होने वाली अंतिम रिपोर्ट में शामिल होंगे।पाकिस्तान में 10,418 ट्रांसजेंडर लोगों की आबादी है, जो 0.005% है

7.558 करोड़ पाकिस्तानी लोग शहरी हैं, जो देश की जनसंख्या का लगभग 36.4% है। मुख्यालय की कुल जनसंख्या का 48.8% महिलाएं हैं।

पाकिस्तान में अफगानी शरणार्थी भी अफ़ग़ान में चलने वाले युद्ध की वजह से पाकिस्तान में शरण लिए हुए है|

मोहन जोदड़ो पाकिस्तान :

पाकिस्तान के सिंध प्रान्त का एक नायब पुरातात्विक स्थल है।जहा सिन्धु घाटी सभ्यता के बहु मूल्य अनेक अवशेष यहाँ से प्राप्त हुए यह शहर विश्व का सब से पुराना  नियोजित और उत्कृष्ट शहर माना जाता है। जो सिन्धु नदी के किनारे बसा हुआ था इसकी खोज राखालदास बनर्जी ने 1921 ई. में की। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक जान मार्शल के निर्देश पर खुदाई का कार्य शुरु हुआ मगर विभाजन के समय यह पाकिस्तान में चला गया

पाकिस्तानी संस्कृति:

पाकिस्तान की संस्कृति इस्लाम से प्रभावित है क्योंकि यह एक इस्लामिक देश है। इस्लाम ने नृत्य और संगीत पर प्रतिबंध लगाया था, इसलिए इस का प्रचालन माध्यम वर्ग के लोग नहीं करते केवल उच्च वर्ग के लोग और निम्न वर्ग के लोग ही संगीत का उपयोग करते है सूफी मजारों पर मेले सहित कई परंपराएँ सदियों से चल रही हैं। । उर्दू शायरों की गजले आज भी पसंद की जाती हैं,

जैसे शायर इकबाल, फैज अहमद फैज, अहमद फराज और गालिब, मीर, दाग और जिगर। प्रमुख गायक हैं गुलाम अली, मेहदी हसन, नुसरत फतह अली खान और उनके भतीजे राहत फतेह अली खान। इसके अलावा फारसी साहित्य भी गाया जाता है— मदरसों में भी इकबाल, हाफिज, रूमी, निजामी गंजवी, अमीर खुसरो और सादी का कलाम गाया जाता है।

खेल:

पाकिस्तान में होकी  राष्ट्रीय खेल है। ट्वेन्टी-ट्वेन्टी विश्व कप 2009 में जीतने से क्रिकेट बहुत अधिक लोकप्रिय है। देश की क्रिकेट टीम ने 1992 में विश्व कप जीता था। पाकिस्तान में क्रिकेट को अधिक पसंद किया जाता है |

पाकिस्तान के रोचक तथ्य :

1.मुस्लिम आबादी के मामले में पाकिस्तान  विश्व में दुसरे  नुम्बर पर है |

2.पाकिस्तान इस्लामी देश है |

3.पाकिस्तान में 95% जनसँख्या इस्लाम धर्म को मानती है |

4.पाकिस्तानी रूपया पाकिस्तान की मुद्रा है |

5.उर्दू पाकिस्तान की राष्ट्र भाषा है |

6.इस्लामाबाद पाकिस्तान की राजधानी है |

7.पाकिस्तान के 4 प्रान्त है| बलूचिस्तान ,खैबर पख्तूनख्वा,पंजाब ,सिंध

8.पाकिस्तान की पहली महिला प्रधान मंत्री बेनजीर भुट्टो थी |

9.पाकिस्तान में कोई भी प्रधान मंत्री 5 साल पुरे नहीं कर पाया |

10. पाकिस्तान एक विकास शील देश बनता जारहा है |

conclusion 

पाकिस्तान एक विविधता से भरा देश है, इस  पोस्ट के ज़रिये  pakistan azadi se lekar 2024 tak ki jankari  आप को दी जा रही है      पाकिस्तान का उथल -पुथल से भरा इतिहास  रहा है| जहां समृद्ध इतिहास, सांस्कृतिक धरोहर, और प्राकृतिक सौंदर्य का संगम है। यहाँ की जीवंत संस्कृति, खानपान, और अद्वितीय परंपराएं इसे एक खास पहचान देती हैं। चुनौतियों के बावजूद, पाकिस्तान अपनी उन्नति और प्रगति की ओर  आगे बढ़ रहा है, जो इसे दुनिया में एक खास स्थान दिलाता है।

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