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 Afghanistan Struggle and Success -अफगान संघर्ष से आशा की ओर -2024

 Afghanistan Struggle and Success – अफगान संघर्ष से आशा की ओर -2024

Afghanistan Struggle and Success -अफगान संघर्ष से आशा की ओर -2024

अफ़ग़ानिस्तान का इतिहास

अफगानिस्तान का इतिहास बहुत ही पुराना है|और यह एक रिच और गहरी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पारंपरिक देश है। अफ़ग़ानिस्तान का इतिहास बहुत ही दु:खद और संघर्षपूर्ण रहा है। यह देश सुल्तानी, मुग़ल,और दूसरी विभिन्न साम्राज्यों के आधीन रहा है। 20वीं सदी में अफ़ग़ानिस्तान के विभिन्न राजनैतिक और सामाजिक बदलाव के बावजूद, यह देश बोहोत सी मुसुबतो और युद्धों का शिकार रहा है, जिनमें सोवियत युद्ध (1979-1989) अमेरिका से दुशमनी, और बाद के सालों के युद्ध शामिल हैं।

अफगानिस्तान का प्राचीन इतिहास काफी अद्वितीय है। यह भूमि बहुत समय से विभिन्न संस्कृतियों, साम्राज्यों, और सम्राटों के शासन में रही है। मौर्य और गुप्त साम्राज्यों का इस की देश की ज़मीन पर राज था

अफगानिस्तान बुद्धधर्म के महत्वपूर्ण केंद्रों में से एक था, और यहां पर बुद्ध के जीवन की  कई मख़ास जगह मोजूद हैं, जैसे कि बामियान के बुद्ध मूर्तियां।

7वीं सदी के आसपास, इस्लाम के फैलाव के बाद, अफगानिस्तान इस्लामी शासन के तहत आया। इस्लामी साम्राज्यों ने इस भूमि पर अपना शासन बनाया, और यह देश इस्लामी संस्कृति और धर्म का महत्वपूर्ण केंद्र बन गया।16वीं सदी में, मोग़ल सम्राटों ने अफगानिस्तान को अपने आधीन में किया और यहां पर अपने खास शासन केंद्रों में से एक बनाया।

कोहिनूर, एक महत्वपूर्ण हीरा, भी अफगानिस्तान से उत्पन्न हुआ था और यह मोग़ल सम्राटों के हाथ में आया था।

1979 में, सोवियत संघ ने अफगानिस्तान पर हमला किया और अफगान जनता की सहायता के बहाने यहां पर अपना शासन स्थापित करने की  कोशिश की। इसका का अंजाम ये हुआ की अफगानिस्तान में दशकों तक युद्ध चला,  जिसमें भारतीय सामरिक बलों की सहायता भी शामिल थी।

अफगानिस्तान ने सोवियत युद्ध के बाद भी संघर्ष और सियासी उथल-पुथल का सामना किया है। 2001 में, अमेरिकी संयुक्त सेना ने तालिबान सरकार को गिराया और अफगानिस्तान में एक नयी सरकार बनाई|

अफगानिस्तान आधुनिक सामाजिक, आर्थिक, और सियासी संगठन की ओर बढ़ रहा है, लेकिन यह देश अब भी सुरक्षा, स्थायिता, और विकास की चुनौतियों का सामना कर रहा है।

अफ़गानिस्तान की राजधानी

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल (Kabul) है। Kabul अफगानिस्तान का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण शहर है, और यहां पर अफगान सरकार का केंद्र है। Kabul एक पुराना शहर है और इस का इतिहास भी काफी पुराना माना जाता  है| और यह अफगानिस्तान की सबसे अधिक आबादी वाला शहर भी है। यहां पर सरकारी दफ्तर, संचालनीय संगठन, शिक्षा संस्थान, और विभिन्न व्यापारिक और सामाजिक संगठन हैं। Kabul अफगानिस्तान की सियासी, आर्थिक, और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र है।

अफ़गानिस्तान की भाषा

अफगानिस्तान के ज्यादा तर लोगो की भाषा पष्तो (Pashto) और दरी (Dari) होती है। ये दो मुख्य भाषाएँ हैं और उनका उपयोग अलग-अलग भागों में होता है:

पष्तो (Pashto): पष्तो अफगानिस्तान के पश्तून जाति की मातृभाषा है और इसका प्रमुख उपयोग पश्तून समुदाय के कई सदस्यों द्वारा किया जाता है।

दरी (Dari): दरी अफगानिस्तान की एक और महत्वपूर्ण भाषा है और इसका प्रमुख उपयोग दरी बोलने वाले लोगों के द्वारा किया जाता है। यह अफगानिस्तान के दरियाई बोलचाल की मातृभाषा है और अधिकांशत: उच्च वर्ग और शिक्षित लोगों की भाषा है।

इसके अलावा, अंग्रेजी भी अफगानिस्तान में एक महत्वपूर्ण और अधिकारिक भाषा है और सरकारी और व्यापारिक कामों में उपयोग की जाती है |

अफ़गानिस्तान के लोगो का धर्म

अफगानिस्तान एक इस्लामी देश है, और इसका प्रमुख और आधिकारिक धर्म इस्लाम है। जनसंख्या के बहुमत अफगान मुस्लिम हैं, और इस्लाम यहाँ के समाज, और संस्कृति का खास हिस्सा माना जाता है |

अफगानिस्तान में मुख्यत  सुन्नी मुस्लिम जमात होती है, लेकिन यहाँ पर शीआ मुस्लिम समुदाय भी हैं, और कुछ ही शिया मुस्लिमों के लिए ताक़ीया धर्म का पालन किया जाता है,

अफगानिस्तान का संविधान इस्लाम को खास जगह पर रखता है|और इस्लामी नैतिकता और शरीयत के प्राचीन तत्वों के साथ मेल करता है। इस्लामी धारा के अनुसार, यहाँ पर अल्कोहल और जीवन की अन्य चीजें पर निषेध हैं, और ईद, रमज़ान, और अन्य मुस्लिम त्योहारों का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

यहाँ तक कि अफगानिस्तान के कई समाजिक और सांस्कृतिक प्रथाओं में भी इस्लाम का महत्वपूर्ण योगदान होता है, और यह धर्म यहाँ की जीवनशैली, वस्त्र, और आचरण को प्रभावित करता है।

अफ़गानिस्तान सरकारी तंत्र

अफगानिस्तान का सरकारी तंत्र एक इस्लामी गणराज्य (Islamic Republic) के रूप में स्थापित है। अफगानिस्तान का सरकारी तंत्र निम्नलिखित तत्वों पर आधारित है:

एग्जीक्यूटिव शाखा: अफगानिस्तान का प्रमुख नेता राष्ट्रपति (President) होता है, जिसे चुनाव द्वारा चुना जाता है। राष्ट्रपति सरकार के प्रमुख होते हैं और उनके पास कुछ महत्वपूर्ण कार्यक्षेत्र होते हैं, लेकिन सबसे अधिक कानूनी और संविधानिक शक्ति प्रधानमंत्री और कैबिनेट के पास होती हैं।

लोकसभा (National Assembly): अफगानिस्तान के संसद को लोकसभा कहा जाता है, और इसमें दो सदन होते हैं – वकीली जिर्गा (Wolesi Jirga) और मेशराना जिर्गा (Meshrano Jirga)। वकीली जिर्गा के सदस्य जनता द्वारा चुने जाते हैं, जबकि मेशराना जिर्गा के सदस्य राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किए जाते हैं।

न्यायिक शाखा: अफगानिस्तान की न्यायिक शाखा उच्च न्यायालय के माध्यम से प्रशासित होती है। यहाँ के न्यायाधीशों की नियुक्ति और संविधानीक विवादों के निर्णय उच्च न्यायालय के जजों द्वारा किए जाते हैं।

प्रादेशिक सरकारें: अफगानिस्तान में प्रादेशिक स्तर पर भी सरकारी तंत्र होता है, जिसमें प्रादेशिक सरकारें (Provincial Governments) होती हैं। प्रादेशिक सरकारें प्रादेशों के प्रमुखों द्वारा प्रशासित होती हैं और वहाँ पर प्रादेशिक सड़कों, स्वास्थ्य, और शिक्षा के कार्यक्षेत्र होते हैं।

अफगानिस्तान का सरकारी तंत्र इस्लामी सिद्धांतों और संविधान के प्रावधानों का पालन करता है, और यह देश की सियासी, सामाजिक, और आर्थिक गतिविधियों को प्रशासित करता है।

अफ़गानिस्तान संगठन

अफगानिस्तान का संगठन एक इस्लामिक गणराज्य (Islamic Republic) के रूप में है और यह विभिन्न स्तरों पर कई सरकारी और सामाजिक संगठनों से मिलकर बनता है। निम्नलिखित कुछ महत्वपूर्ण संगठन देश के संगठन का हिस्सा हैं:

राष्ट्रपति और सरकार: अफगानिस्तान का सरकार एक इस्लामी गणराज्य है, जिसमें राष्ट्रपति (President) देश के प्रमुख होते हैं। सरकार के अन्य सदस्यों में प्रधानमंत्री (Prime Minister) और मंत्रिपरिषद (Cabinet) के सदस्य शामिल होते हैं।

लोकसभा: अफगानिस्तान की संसद को लोकसभा कहा जाता है, जिसमें वकीली जिर्गा (Wolesi Jirga) और मेशराना जिर्गा (Meshrano Jirga) शामिल होते हैं। वकीली जिर्गा के सदस्य निर्वाचन द्वारा चुने जाते हैं, जबकि मेशराना जिर्गा के सदस्य राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किए जाते हैं।

न्यायिक संगठन: अफगानिस्तान की न्यायिक संगठन उच्च न्यायालय (Supreme Court) के माध्यम से प्रशासित होती है। यहाँ के न्यायिक प्रणाली में न्यायिक शाखा, न्यायिक निर्णय और संविधान के प्रावधानों का पालन किया जाता है।

प्रादेशिक सरकारें: अफगानिस्तान में प्रादेशिक सरकारें (Provincial Governments) होती हैं, जो प्रादेशों के प्रमुखों द्वारा प्रशासित होती हैं। यहाँ पर प्रादेशिक सरकारें प्रादेशिक विकास और प्रशासनिक कार्यों को प्रबंधित करती हैं।

सैन्य और पुलिस: अफगानिस्तान की सुरक्षा और रक्षा से संबंधित संगठन अफगान सशस्त्र बल (Afghan National Defense and Security Forces) के रूप में हैं, जिनमें सेना, पुलिस, और अन्य सुरक्षा तंत्र शामिल हैं।

यह संगठन अफगानिस्तान के सरकारी तंत्र के महत्वपूर्ण हिस्से हैं और देश की सार्वजनिक नियंत्रण और विकास में भाग लेते हैं।

अफ़गानिस्तान अर्थव्यवस्था

अफ़ग़ानिस्तान की अर्थव्यवस्था कई परेशानियों से गुज़र रही है। दशकों से यहाँ लगातार चल रहे  युद्ध और आतंकवाद की वजह से इस देश की अर्थ व्यवस्था को नुक्सान उठाना पड़ा है, जिस की वजह से अर्थव्यवस्था पर भारी असर पड़ा है।

अफ़ग़ानिस्तान की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार खेती  है, जिसमें ज्यादा तर लोग जुटे हैं। बोहोत सी परेशानी या आने की वजह से खेती सही से नहीं हो पाती |जैसे कि ,पानी की कमी ,और सुरक्षा से जुडी समस्याएं। इसके अलावा, अफ़ग़ानिस्तान का अर्थव्यवस्था सीमांत राष्ट्रों के साथ व्यापार और वाणिज्यिक गतिविधियों पर भी निर्भर है।

अफ़ग़ानिस्तान की राजनीतिक और सुरक्षा स्थितियाँ का अर्थव्यवस्था पर और भी असर होता है  पिछले दशकों में आतंकवाद और युद्ध के चलते निवेश और विकास के कई मोके गवाए गवाने पड़े |

समय के साथ, अफ़ग़ानिस्तान की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय और स्थानीय सरकार के संयासी प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें समृद्धि के माध्यमों की खोज, स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देने, और न्यूनतम सुरक्षा स्तर के साथ निवेश को बढ़ाने जैसे माध्यम शामिल हैं। लेकिन, अफ़ग़ानिस्तान की अर्थव्यवस्था अब भी कई मुश्किलों का सामना कर रही है, और इस की तरक्की के लिए और ज्यादा कोशिश  करने की ज़रूरत है

अफ़गानिस्तान सैन्य

अफगानिस्तान की सेना, जिसे “अफगान सशस्त्र बल” (Afghan National Defense and Security Forces) कहा जाता है, देश की सुरक्षा और रक्षा के लिए जिम्मेदार है। यह सेना अफगान सरकार के अधीन होती है और उसका मुख्य कार्यक्षेत्र देश की सुरक्षा और सीमा सुरक्षा होता है।

अफगान सशस्त्र बल में निम्नलिखित कुछ महत्वपूर्ण शाखाएं होती हैं:

अफगान आर्मी (Afghan National Army – ANA): यह शाखा देश की बड़ी भूमिका निभाती है और सदस्यों को विभिन्न सैन्यी योग्यता में प्रशिक्षित करती है। अफगान आर्मी सीमा सुरक्षा, आंतरीय सुरक्षा, और सामरिक कार्यों के लिए जिम्मेदार होती है।

अफगान पुलिस (Afghan National Police – ANP): यह शाखा देश की आंतरिक सुरक्षा और क़ानून-व्यवस्था के लिए जिम्मेदार होती है। अफगान पुलिस सीमा पर भी सुरक्षा जारी रखती है और शहरों और क़स्बों में क़ानून और क़्राइम की प्रवृत्तियों को नियंत्रित करती है।

अफगान सैन्य वायु दल (Afghan Air Force): यह वायु सेना की शाखा है, जिम्मेदार वायु सुरक्षा और प्रायोगिक कार्यों के लिए होती है, जैसे कि ट्रांसपोर्ट, गणरक्षक कार्य, और दुर्घटना से निकालने के लिए सहायता।

अफगान सशस्त्र बल का मुख्य उद्देश्य देश की सुरक्षा और स्वतंत्रता की रक्षा करना है। यह सेना अफगान सरकार के अधीन होती है और सुरक्षा के लिए समृद्ध क़बिलियत और संसाधनों के साथ काम करती है।

अफ़ग़ानिस्तान में घुमने की जगह

 1.काबुल: काबुल, अफगानिस्तान की राजधानी, एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक शहर है जिसमें काबुल किला, जामा मस्जिद, और बाला हिसार दरवाजा जैसे स्थल हैं।

2.बामिया:

बामियान बुद्ध मूर्तियों के लिए फेमस है और यहाँ की प्राकृतिक खूबसूरती भी दिलचस्प है।यहां आप को चीनी, भारतीय, फारसी, ग्रीक और तुर्की परंपराओं का अनोखा मिलन देखने को मिलेगा.

3.हेरात: हेरात अफगानिस्तान का एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और ऐतिहासिक शहर है, जिसमें बग-ए-बाला बाग़, हेरात किला, और ख्वाजा अब्दुल्लाह आन्दरपुर के स्थल हैं।

4.मज़ार-ए-शरीफ: यह स्थल एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है और इमाम अली के मकबरे के रूप में प्रसिद्ध है।

5.पन्जशीर घाटी: पन्जशीर घाटी प्राकृतिक सौंदर्य के साथ एक चर्चा के लायक स्थल है और यहाँ पर ट्रेकिंग और हाइकिंग का भी मौका है।

6.कुल्ल एब्दुल्लाह: यहाँ पर आप प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं और पास की गुफाएँ भी देख सकते हैं।

7.बादघीस: यहाँ पर प्राकृतिक खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं और शांति का आनंद उठा सकते हैं।

8.राष्ट्रीय संग्रहालय: अपने गठन के बाद से, संग्रहालय में कई विकास हुए हैं और अब इसमें एक बगीचा भी है। संग्रहालय में लगभग 8,000 से भी अधिक कलाकृतियां मौजूद हैं।

9.जाम की मीनार:

यह पूरी तरह से पकी हुई ईंटों से बना है और इसकी जटिल कलाकृतियां बेहद ही खूसबूरत हैं। मीनार की दीवारों को कुफिक और नस्खी सुलेख, ज्यामितीय पैटर्न और कुरान के छंदों से सजाया गया है |

10.बाग़-ए-बाबर: इसी बाग में प्रथम मुगल बादशाह बाबर की कब्र है। यह पार्क कई बगीचों को मिलाकर बनाया गया है।यह बाग काबुल के चेचलस्‍टन क्षेत्र में स्थित है। बाबर की मृत्‍यु के बाद उन्‍हें आगरा में दफनाया गया था। लेकिन बाबर की यह इच्‍छा थी कि उन्‍हें काबुल में दफनाया जाऐ|

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