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Indonesia Paradise of Enchanting Beauty-इंडोनेशिया एक आकर्षक सौंदर्य का परदेश -2024

Indonesia Paradise of Enchanting Beauty-इंडोनेशिया एक आकर्षक सौंदर्य का परदेश -2024

Indonesia Paradise of Enchanting Beauty-इंडोनेशिया एक आकर्षक सौंदर्य का परदेश

Indonesia Paradise of Enchanting Beauty-इंडोनेशिया एक आकर्षक सौंदर्य का परदेश

इंडोनेशिया शब्द लेटीन के इंडस और ग्रीक शब्द नेसोस से मिलकर बना है जिस का मतलब होता है द्वीप| यह दुनिया का सब से बड़ा द्वीप समूह है |  इंडोनेशिया 13 हजार द्वीपों से मिलकर बना है |इंडोनेशिया, एक दक्षिण-पूर्व एशियाई देश है, जो दुनिया का सबसे बड़ा द्वीपीय देश है|

और दक्षिणी प्रशांत महासागर के क्षेत्र में स्थित है। यह देश अपनी प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर, आकर्षक प्राकृतिक सौंदर्य, और विविध जलवायु के लिए प्रसिद्ध है। इंडोनेशिया की  राजधानी जकार्ता है और यह दुनिया का एक खास पर्यटन स्थल है।

इंडोनेशिया एक विविध और रंगीन देश है, जो अपने खुबसूरत प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर, और दिलचस्प इतिहास के लिए फेमस है। यह देश दुनिया भर के टूरिस्ट के लिए पहली पसंद है |

इंडोनेसिया का इतिहास बहुत विशाल और समृद्ध है, इंडोनेशियाई द्वीपसमूह  500,000 साल पहले बसा था। होमो इरेक्टस के जीवाश्म अवशेष, जिसे “जावा मैन” के नाम से जाना जाता है, इस जगह से मिले थे |

होमो सेपियन्स 43,000 ईसा पूर्व के आसपास इस क्षेत्र में पहुंचे थे। और यहां के लोगों ने विभिन्न कालों में विभिन्न संस्कृतियों और सांस्कृतिक घटनाओं का सामर्थ्यपूर्ण संकेत दिया ह| यहां पर इंडोनेसिया के मुख्य इतिहास की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं की एक संक्षेपिक झलक प्रस्तुत की जा रही है:

1.प्रागैतिहासिक काल:

इंडोनेसिया के कई हिस्सों में प्रागैतिहासिक सभ्यताएँ विकसित हुईं, जैसे कि पुनकै (Buni) सांस्कृतिक स्थल और मेगलिथिक भवन।  प्रागैतिहासिक काल की शुरुआत में, इंडोनेसिया के कुछ क्षेत्रों में पालेओलिथिक काल की सख्तियों के साक्षर आवश्यक नहीं थे। मेसोलिथिक काल के दौरान, मानव समुद्र किनारे पर बसे और खासकर बांधों और मानव चित्रकला के लिए प्रसिद्ध रहे हैं।नेओलिथिक काल के दौरान, खेती, पशुपालन, और आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जाने लगा।

17,508 द्वीपों वाले इस देश की जनसंख्या लगभग 27 करोड़ है| यह सब से अधिक आबादी वाला  दुनिया का चोथा मुस्लिम देश है इस देश की जमीनी सीमा की बात करे तो यह पापुआ न्यूगिनी ,तिमोर और मलेशिया के साथ मिलती है | जब की इस के पडोसी मुल्क के रूप में इंडिया का अंडमान निकोबार, सिंगापूर, ओस्ट्रेलिया और फिलिपिन्स शामिल है |

इंडोनेसिया के कुछ क्षेत्रों में ब्रॉन्ज एज के दौरान, धातु के उपकरणों का उपयोग किया गया और कला और शिल्पकला में विकास हुआ।प्रागैतिहासिक काल के दौरान, इंडोनेसिया के कुछ इलाकों में आयुर्वेदिक संस्कृतियों का प्रचार हुआ, और यहां के लोग वैदिक धार्मिक और दार्शनिक प्रथाओं का पालन करते थे। कुछ क्षेत्रों में मेगलिथिक संरचनाएँ, जैसे कि बड़े पत्थरों से बने मकबरों और धातु के उपकरण, पाए जाते हैं जो प्रागैतिहासिक काल का आदर्श हैं।

2.हिन्दू-बौद्ध शासन:

4वीं से 14वीं सदी तक, इंडोनेसिया में हिन्दू और बौद्ध धर्म का प्रचार और आदर किया गया था। समुद्र किनारे पर श्री विजय  (Srivijaya) और माजपहित (Majapahit) जैसे साम्राज्य इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण थे।  श्री विजय  साम्राज्य इंडोनेसिया के विभिन्न भूभागों में विकसित हुआ था और इसकी मुख्य राजधानी पालंबांग (आज का पलेम्बंग, इंडोनेसिया) थी। इस साम्राज्य के शासक हिन्दू धर्म के अनुयायी थे और इसका प्रभाव संस्कृति, भाषा, और धर्म पर था।

बुनी अथवा मुनि सभ्यता इंडोनेशिया की सबसे पुरानी सभ्यता मानि जाती है|और यह सभ्यता चोथी सदी तक काफी प्रगति कर चुकी थी ये लोग हिन्दू और बोद्ध धर्म के मानने वाले थे |2 हजार साल तक यहाँ हिन्दू राजाओ ने राज किया| उस समय इंडोनेशिया के भारत और चीन से व्यापारी संबंध  काफी अच्छे थे |भारत के पुराणों में इस देश को सागर पार भारत कहा गया है |

श्री विजय साम्राज्य ने अपने सौदागरों के साथ बौद्ध और हिन्दू धर्म के व्यापार और आदर को बढ़ावा दिया।माजपहित साम्राज्य ने इंडोनेसिया के जावा द्वीप पर राज किया और यह बौद्ध धर्म का बड़ा सेंटर था। माजपहित के शासक राजा हिन्दू धर्म के प्रति सहानुभूति रखते थे, लेकिन इस साम्राज्य के अंत के समय, बौद्ध धर्म भी महत्वपूर्ण हो गया।हिन्दू-बौद्ध शासन के दौरान, बौद्ध धर्म इंडोनेसिया में प्रचारित हुआ

और यहां के लोगों ने द्वादशनगर, आगम, और बौद्ध शासन के सिद्धांतों को अपनाया। हिन्दू-बौद्ध शासन के काल में, कई प्रमुख हिन्दू और बौद्ध मंदिर और मूर्तियाँ बनाई गईं, जिनमें प्रमुख थे बोरोबुदुर और प्रामबाणन मंदिर। ये संरचनाएँ इंडोनेसिया के सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और विश्व धर्मिक स्थल के रूप में बेहद खास हैं।

 इंडोनेशिया के प्राचीन राजवंश के नाम :

1.श्री विजय राजवंश :प्राचीन  राजवंशो में एक राजवंश यह भी था जिस का प्रारंभ चोथी सदी में हुआ और इस समय बोहोत तरक्की हुई |

2 .शैलेन्द्र  राजवंश : इस राजवंश का  प्रारंभ 8वी सदी में हुआ था इस राजवंश के लोग बोद्ध धर्म का पालन करते थे|

3.संजय राजवंश : इस राजवंश ने माताराम राज्य पर राज किया और जावा में हिन्दू धर्म को अधिक फेलाया |

4.केदिरी राजवंश : यह एक हिन्दू बोद्ध जवानिस साम्राज्य था इस को पंजालू जावानीस राजवंश के नाम से भी जाना जाता है |इस का प्रारंभ 1042 से 1222 तक रहा |

6.मजापहित  सामराज्य: यह एक हिन्दू साम्राज्य था इस की शुरुआत  1293 में हुई थी और 1500  तक इस का राज रहा इस समय को स्वर्ण युग भी कहा जाता है|

3.इस्लामी सम्राटों का आगमन:

मुस्लिम भी इस से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके जो क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों की वजह से खिंचे चले आए

और साथ ही उन के साथ आया इस देश में इस्लाम, इन विदेशी मुस्लिमो के चाल चलन और उदारता निस्वार्थ प्रेम भावना और अच्छे व्यवहार के कारण इस देश के लोग इस्लाम धर्म अपनाने लगे |

13वीं सदी में इस्लाम इंडोनेसिया में फैलने लगा जिस की खास वजह बिजापुर और बेन्गाल के मुस्लिम व्यापारी और मिस्त्रीय यात्री थे।इस तरह, इस्लामी सम्राटों के आगमन के बाद, इंडोनेसिया इस्लामी धर्म का महत्वपूर्ण केंद्र बन गया और यहां की संस्कृति और समृद्धि में इस्लाम का महत्वपूर्ण योगदान हुआ। और इंडोनेसिया के कई हिस्सों में मुस्लिम समुदायों को स्थापित कर दिया ।

मलबार सुल्तानों का आगमन 13वीं सदी के आसपास हुआ, और उन्होंने  इंडोनेसिया के कुछ क्षेत्रों में अपने शासन को स्थापित किया। इन सुल्तानों ने इस्लाम धर्म को अपनाया और अपने क्षेत्र में इसका प्रसार किया। मजापहित साम्राज्य के समय, इस्लाम का प्रसार और धर्मिक प्राधान्य और बढ़ गया। मजापहित साम्राज्य के शासक गजाह माडुर ने इस्लाम धर्म को स्वीकार किया और यहां के समृद्ध संस्कृति के साथ मिलकर इस्लामी संस्कृति को  प्रमुख स्थान बनाया।

इस्लाम के आगमन के बाद, इंडोनेसिया में कई सुलतानों और सुल्तानेट्स ने इस्लामी शासन स्थापित किया। उनमें से कुछ सबसे प्रमुख हैं अचेह सुलतानेट, बाली सुलतानेट, और योग्याकर्ता सुलतानेट, जिनमें इस्लाम धर्म और संस्कृति का विकास हुआ।

यहाँ आज भी इस्लाम धर्म  पर हिन्दू धर्म की छाप दिखाई देती है लोग आज भी  लोग अपने और जगह के नाम अरबी और संस्कृत में रखते है |

4.यूरोपीय आगमन:

16वीं सदी में पुर्तगाली और हॉलैंड के यूरोपीय आगमन के बाद, इंडोनेसिया का अधिग्रहण यूरोपीय दुकानदारों के बीच अलग-अलग शासकों के तहत हुआ। पुर्तगाली व्यापारी वस्को द गामा 16वीं सदी में इंडोनेसिया के द्वीपसमूहों की खोज करते हुए इस्पानियोलों के साथ भारत और जावा के इलाके में आए। यह उनका पहला यूरोपीय आगमन था और इंडोनेसिया में पुर्तगाली का दायित्व स्थापित हुआ।

17वीं सदी में, डच (हॉलैंड) कंपनी इंडोनेसिया के द्वीपसमूहों के व्यापार के इंतजाम के लिए अधिकार हासिल  कर के लागू हुई। इसके परिणामस्वरूप, इंडोनेसिया के ज़्यादातर जगहों में डच शासन की शुरुआत  हुई और  डचो के आते ही पुर्तगाली आगमन को प्रथम स्थान से हटा दिया। इंडोनेसिया की दूसरी जगहों पर ब्रिटिश व्यापारी भी आए और इंडोनेसिया के व्यापार में भाग लिया|

डच कंपनी, जिसे नेदरलैंड्स ईस्ट इंडिया कंपनी (VOC) भी कहा जाता है, ने इंडोनेसिया के द्वीपसमूहों के व्यापार, शासन, और संसाधनों का प्रबंधन किया। वे इंडोनेसिया में हिन्दी, तमिल, मलय, और जावानीस भाषाओं के साथ आए और यहां के शासन को प्रभावित किया।

5.दुत्च इंडोनेशिया:

20वीं सदी के शुरू में, इंडोनेशिया के लोग आजादी के लिए संघर्ष करने लगे और दुत्च इंडोनेशिया की स्थापना करने के लिए कई आंदोलनों का हिस्सा बने।दच इंडोनेशिया” (Dutch East Indies) एक यूरोपीय देश, नेदरलैंड्स की औपचारिक नामकरण का हिस्सा था, और यह इंडोनेशिया के द्वीपसमूहों के शासन का समयकालीन नाम था।

इसे “डच ईस्ट इंडिया कंपनी” (Vereenigde Oost-Indische Compagnie, VOC) और फिर “नेदरलैंड्स ईस्ट इंडिया कंपनी” (Nederlandse Oost-Indische Compagnie, NOIC) के तहत प्रबंधित किया गया था|

डच इंडोनेशिया की शुरुआत वीरेनिगडे ओस्ट-इंडिया कंपनी के अधीन हुई , जिसे 1602 में स्थापित किया गया था। VOC ने इंडोनेशिया के द्वीपसमूहों के व्यापार, खनिजों, और अन्य संसाधनों पर  शासन किया।VOC के बाद, नेदरलैंड्स ईस्ट इंडिया कंपनी (NOIC) की स्थापना हुई और यह इंडोनेशिया के व्यापार और शासन का प्रबंधन करता रहा।

NOIC के शासकों ने इंडोनेशिया को और अधिक नेदरलैंड्स के अधीन रखने की कोशिश की| 20वीं सदी के शुरू में, इंडोनेशिया में आजादी की लड़ाई शुरू हुई |

और इंडोनेशिया के नेता सुकर्णो और हातो के द्वारा डच इंडोनेशिया के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत की गई। इंडोनेशिया ने 1945 में आज़ादी हासिल की, और यह एक स्वतंत्र गणराज्य बन गया। 1949 में नेदरलैंड्स ने इंडोनेशिया को स्वतंत्रता दिलाने के लिए एक समझौता किया और NOIC का शासन समाप्त हो गया।

1950 में इंडोनेशिया ने एक स्वतंत्र गणराज्य के रूप में अपना गठन पूरा किया, और डच का इंडोनेशिया में अंत हुआ। डच का इंडोनेशिया  में बिताया गया समय काल इंडोनेशिया के इतिहास में महत्वपूर्ण था, और इस ने  इंडोनेशिया के व्यापार, संस्कृति, और समाज को प्रभावित किया।

6.स्वतंत्रता संग्राम:

इंडोनेशिया का स्वतंत्रता संग्राम उस समय की खास घटना थी|  जब इंडोनेशिया ने डच इंडोनेशिया (डच ईस्ट इंडिया) के शासन से आजाद होने के लिए संघर्ष किया। इस स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत 20वीं सदी के शुरूमें हुई और यह इंडोनेशिया के नेताओं और जनसंघर्ष के ज़रिये से जारी रहा दूसरी विश्वयुद्ध के बाद, इंडोनेशिया ने 1945 में स्वतंत्रता प्राप्त की और सुकर्णो को प्रथम राष्ट्रपति चुना।

स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता सुकर्णो और हातो थे, जो इंडोनेशिया की स्वतंत्रता के प्रति समर्पित थे। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम को संगठित किया और डच इंडोनेशिया के विरोध में अक्रिय और निष्क्रिय आंदोलनों की जगह लि। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, जापान ने इंडोनेशिया पर आक्रमण किया और डच इंडोनेशिया को अपने शासन के अधीन किया। इसके बाद भी, इंडोनेशिया के नेताओं ने स्वतंत्रता के लिए आंदोलन जारी रखा।

स्वतंत्रता संग्राम ने 1945 में शुरू होकर, नेदरलैंड्स के खिलाफ संग्राम जारी रहा,और इंडोनेशिया के नेताओं और जनसंघर्ष के माध्यम से नेदरलैंड्स के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत की।नेदरलैंड्स और इंडोनेशिया के बीच समझौता हुआ और 1949 में इंडोनेशिया को स्वतंत्रता प्राप्त हुई।

इस स्वतंत्रता संग्राम के बाद, इंडोनेशिया एक स्वतंत्र गणराज्य बन गया और अपनी आजादी का आनंद उठाने लगा।इस आंदोलन ने इंडोनेशिया की आजादी की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया और इंडोनेशिया के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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इंडोनेशिया की राजधानी :

इंडोनेशिया की राजधानी “जकार्ता” (Jakarta) है। यह देश का सबसे बड़ा शहर और राजधानी है, और इंडोनेशिया के पुलावन जावा (Java) पर स्थित है। जकार्ता दक्षिणी इंडोनेशिया में सुलावेसी समुंदर के किनारे स्थित है और यह देश का प्रमुख नगर है। जकार्ता एक व्यापारिक, वित्तीय, और सांस्कृतिक केंद्र है और इंडोनेशिया की राजनीतिक और प्रशासनिक गतिविधियों का मुख्य केंद्र है। यह भी देश की शिक्षा, संचालन, और मनोरंजन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है।

7.मॉडर्न इंडोनेशिया:

इंडोनेसिया ने आज़ादी हासिल करने के बाद अपने संघर्षों के बावजूद एक एकत्र राष्ट्र के रूप में विकसित होते हुए, आजकल एक महत्वपूर्ण दक्षिण-पूर्व एशियाई देश के रूप में अपने क्षेत्र में एक खास भूमिका निभा रहा है।

मॉडर्न इंडोनेशिया इंडोनेशिया के स्वतंत्र गणराज्य के रूप में जाना जाता है और यह इंडोनेशिया के सामूहिक और राजनीतिक इतिहास का हिस्सा है। यहां तक कि इंडोनेशिया दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम बहुल देशों में से एक है और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश है, जिसमें एक बड़ी और विविध जनसंख्या है।

मॉडर्न इंडोनेशिया की शुरुआत नेदरलैंड्स के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम से हुई। 1949 में  इंडोनेशिया ने नेदरलैंड्स आज़ादी हासिल की  और इसे एक स्वतंत्र गणराज्य के रूप में स्थापित किया।

इंडोनेशिया एक प्रशासनिक विभाजितता वाला गणराज्य है जिसमें एक प्रेजिडेंटियल सिस्टम है। यहां पर राष्ट्रपति सरकार का प्रमुख होता है और प्रधानमंत्री सरकार के प्रमुख होते हैं।

इंडोनेशिया एक भूगोलिक रूप में अत्यधिक विविधिता और सौंदर्य के साथ समृद्ध है। यह द्वीपसमूहों, जलवायु, और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। इंडोनेशिया बिना संघर्ष के अनेक संगठनों का हिस्सा बना है, जैसे कि नॉन-आलाइड ब्लॉक, जिसमें वह कई अन्य देशों के साथ है।

इंडोनेशिया के आर्थिक विकास में तेजी से सुधार हुआ है, और यह एक गरिब देश से एक उदारणीय अर्थव्यवस्था में बदल गया है। उसकी अर्थव्यवस्था उद्योग, वित्तीय सेवाएँ, और कृषि पर आधारित है।

मॉडर्न इंडोनेशिया एक समृद्ध और विविध देश है जिसमें अनेक भाषाएँ, धर्म, और सांस्कृतिक गुण हैं। इसका यह इंटरकनेशनल प्राकृतिक और सांस्कृतिक संपत्ति का  एक खास भंडार है और यह दुनिया भर में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक खिलाड़ी  के रूप में जाना जाता है।

इंडोनेशिया में घुमने की जगह :

1.बाली:

बाली एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और इसे “दीपक का द्वीप” भी कहा जाता है। यहां आपको सुंदर बीच, हिल स्टेशन, मंदिर, और कला-संस्कृति का आनंद लेने का मौका मिलेगा।

2.जोगजकर्ता: यह एक और महत्वपूर्ण सांस्कृतिक नगर है जिसमें बोरोबुदुर और प्रम्बानन जैसे प्रमुख बौद्ध मंदिर हैं।

3.कोमोदो नेशनल पार्क: यह पार्क कोमोदो ड्रैगन से प्रसिद्ध है और वन्यजीवों के लिए एक अद्वितीय संरक्षित क्षेत्र है।

4.लुम्बोक: यह एक और द्वीप है जो खूबसूरत समुंदर तटों, प्राकृतिक खेलों, और पर्वतीय प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।

5.ताना टोराजा: इस स्थल पर आपको ट्रेडिशनल टाना टोराजा होटेल्स, जिंके बड़े घर, और प्रमुख किस्से के गवाँओं के लिए यात्रा करने का मौका मिलेगा।

6.रजांपाट: यह आकर्षक समुंदर किनारा स्थल एक शांतिपूर्ण माहौल, अद्वितीय छायाचित्र, और अनूठी संग्रहण से भरा हुआ है।

7.बोरोबुदुर: यह बौद्ध मंदिर दुनिया के सबसे बड़े स्तूपों में से एक है और विश्व धर्म ध्यान का महत्वपूर्ण स्थल है।8.रंगकास्टा: यह गर्मियों के लिए आदर्श पर्वतीय गतिविधियों का स्थल है, जैसे कि ट्रेकिंग, शैलायातन, और राफ्टिंग|

9.जकार्ता :जकार्ता एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है जोकि इंडोनेशिया की राजधानी भी है। जकार्ता इंडोनेशिया का सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक केंद्र है। जकार्ता की स्थापना 14 वीं शताब्दी में मेटामोर्फोसिस शहर के रूप में हुई थी।

10 उबड:

प्रसिद्ध फिल्म जूलिया रोबर्ट्स की “ईट, प्रेयर, लव” से लोग उबड़ शहर के बारे में जानने लगे है।यह इंडोनेशिया में घूमने के लिए कलाकारों के गाँव के रूप में जाना जाने वाला लोकप्रिय गंतव्य है|

सुरबाया : इंडोनेशिया के स्वतंत्रता संग्राम में द सिटी और हीरोज की भूमिका पाने वाला यह शानदार शहर कई प्राचीन ईमारतों का घर भी कहलाता है।सुरबाया इंडोनेशिया के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में एक ऐतिहासिक शहर के रूप में जाना जाता है|

 इंडोनेशिया के कुछ महत्वपूर्ण रोचक तथ्य हैं:

1. इंडोनेशिया एक द्वीपीय देश है, जिसमें 17,000 से भी अधिक छोटे-बड़े द्वीप हैं, जिन्हें इंडोनेशियाई द्वीपसमूह के रूप में जाना जाता है। यह देश बोरनियो, सुमात्रा, जावा, बाली, कालिमांतन, और पापुआ न्यू गिनी जैसे महत्वपूर्ण द्वीपों से मिलकर बना है।

2. इंडोनेशिया दुनिया की चौथी सबसे अधिक जनसंख्या वाला  देश है, जिसमें लगभग 270 मिलियन लोग निवास करते हैं।

3. इंडोनेशियाई भाषा (Bahasa Indonesia) देश की आधिकारिक भाषा है, और यह एक राष्ट्रीय भाषा के रूप में मान्यता प्राप्त है।

4. इंडोनेशिया की संस्कृति में हिन्दू और बौद्ध परंपराएँ महत्वपूर्ण हैं, और यहाँ पर कई प्राचीन हिन्दू और बौद्ध मंदिर और धार्मिक स्थल हैं, जैसे कि बोरोबुदुर और प्रमबानन।

5. इंडोनेशिया अपने अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ पर जंगल, पर्वत, बीच, झीलें, और आदिके प्राकृतिक स्थल हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

6. इंडोनेशियाई खाना विविधता और स्वादिष्टता के लिए प्रसिद्ध है। नासी गोरेंग (फ्राइड राइस), मी गोरेंग (फ्राइड नूडल्स), साते (रेसमी करी), और रेंढांग (सुप) जैसे विभिन्न व्यंजन हैं, जो इंडोनेशियाई खाने की पहचान हैं।

7. इंडोनेशिया में इस्लाम धर्म सबसे आवश्यक है, और यहाँ पर इस्लामी संरचनाएँ और मस्जिदें आपको देखने को मिलेंगी। हालांकि यहाँ पर अन्य धर्मों के अनुयायी भी हैं, जैसे कि हिन्दू और बौद्ध।

8. इंडोनेशिया एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, और यहाँ पर खूबसूरत समुंदर किनारे, जैंगल सफारियाँ, दिलचस्प ऐतिहासिक स्थल, और सैर-सपाटे के अनगिनत अवसर हैं।

इंडोनेशिया की मुद्रा :

इंडोनेशिया की मुद्रा “इंडोनेशियाई रुपिया” (Indonesian Rupiah) है। इसका कोड “IDR” है। इंडोनेशियाई रुपिया को सिके और सेन्ट्स में विभाजित किया जाता है, जिसमें 1 इंडोनेशियाई रुपिया में 100 सेन्ट्स होते हैं। बैंक इंडोनेशिया (Bank Indonesia) इंडोनेशिया की मुद्रा की प्रबंधन करता है और उसकी वृद्धि और मूल्य स्थिरता को नियंत्रित करता है।

इंडोनेशियाई रुपिया का मूल्य विश्वासी रूप से बदलता रहता है, और विदेशी मुद्राओं के साथ अन्तरराष्ट्रीय विनिमय दरें इसे प्रभावित कर सकती हैं। इसका सिम्बल “Rp” है, और इंडोनेशिया में आप बैंक और विदेशी मुद्रा विनिमय केंद्रों में इंडोनेशियाई रुपिया का विनिमय कर सकते हैं।

 

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