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Saputara hill station- सापुतारा: हरी-भरी पहाड़ियों की यात्रा 2024

Saputara hill station- सापुतारा: हरी-भरी पहाड़ियों की यात्रा 2024

          Saputara hill station- सापुतारा: हरी-भरी पहाड़ियों की यात्रा 2024

Saputara hill station- सापुतारा: हरी-भरी पहाड़ियों की यात्रा 2024इस लेख मे जानेगे हम Saputara hill station  की पूरी जानकारी  सापुतारा का शाब्दिक अर्थ है सांपों का निवास, इसीलिए इस क्षेत्र के आदिवासी लोग सांपों की पूजा करते हैं। अगर आप सपुतारा घूमने जाने का मन बना रहे है या फिर गुजरात के एक मात्र सापूतारा के बारे में जानने के लिए उत्सुक  है तो इसके लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़े| हमारा यह आर्टिकल आपको बढ़िया जानकारी प्रदान करेगा।

सपुतारा का इतिहास:

सापुतारा गुजरात  राज्य के डांग जिले मे आया हुआ एक खुबसूरत हिल स्टेशन है | इस की सरहद महाराष्ट्र से मिलती है यह आकर्षक हिल स्टेशन सह्याद्री पर्वत माला के खुबसूरत जंगल मे 1000 मीटर की ऊचाई पर स्थित है |इस जगह पर पहले आदिवासी लोग निवास करते थे लेकिन सरकार के कहने पर आदिवासी समुदाय ने सापूतारा खाली कर दिया और नवनगर जा कर बस गये सापुतारा एक पथरीला क्षेत्र है|

गर्मी के दिनों में भी यहां का अधिकतम तापमान 30℃ के पास रहता है।जिसे इको-प्रेमियों, वन्यजीव उत्साही और एडवेंचर लवर्स के लिए स्वर्ग के समान है। लेकिन वर्षा ऋतू मे यहाँ की सुन्दरता देखने लायक होती है सापूतारा  एक पर्यटक स्थल के रूप मे अधिक प्रसिद्ध हो चूका है यहाँ साल भर पर्यटको का आना जाना लगा रहता है| वैसे डांग ज़िला मानसून के दोरान अपने आकर्षक झरनों के लिए भी प्रसिद्ध है सापूतारा जाते समय भी आप को सुन्दर झरने देखने को मिलेगे |सापुतारा हिल स्टेशन अपने लुभावने मौसम के लिए काफी फेमस है. सैलानी यहां पर अगस्त से सितंबर के बीच काफी पहुंचते हैं.|

लोगो का मानना है के  भगवान राम ने अपने वनवास के दोरान इस जगह पर 11 साल व्यतित किये थे यहाँ से कुछ km की दुरी पर सबरी धाम भी मौजूद  है| वैसे तो गुजरात मे  बोली जाने वाली भाषा गुजरती है लेकिन वहां के आदिवासी गुजरती भाषा के उपरांत डांगी,और कुकना बोली का उपयोग भी करते हैं।यहाँ के आदिवासी लोगो का मुख्य व्यवसाय खेती, किसानी और पशु पालन है।

इस के अलावा यह लोग जंगल से इकट्ठा की हुई खास चीज भी बेचकर गुज़ारा करते है| यहां मॉनसून फेस्टिवल भी होता है. जिसमें गुजरात की संस्कृति की  झलक देखने को मिलती है.इस हिल स्टेशन पर आप हॉर्स राइडिंग, कैमल राइडिंग, रॉक क्लाइम्बिंग का भी मज़ा ले सकते हैं.

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सापूतारा मे  घुमने लायक  जगह :

1.सनसेट पॉइंट : पर्यटकों को डूबता हुआ सूरज देखने के लिए यह सर्व श्रेष्ट जगह है| यहाँ एक रोमांचक केबल कार की सवारी आपको  सापुतारा की चोटियों से गुज़रती हुई आप को सनसेट पॉइंट तक पहुंचाती है|

2.टाउनव्यू पॉइंट: इस जगह से आप पुरे सापूतारा का नज़ारा ले सकते है|साथ ही हिल स्टेशन के चारों ओर के गांव और घने हरित वनों को भी देखा जा सकता है|

3.सापूतारा संग्रहालय :डांग जिले के आदिवासियों की जीवन शैली, इतिहास और पारिस्थितिकी को प्रदर्शित करता है, संग्रहालय की प्रदर्शनियों में लकड़ी की नक्काशी, पंखवाले पक्षी, आभूषण, संगीत यंत्र, आदिवासी नृत्य और क्षेत्र की जनजातियों द्वारा बनाई गई, कई अन्य कलाऐ शामिल हैं।

4.लेक गार्डन: इसे लेक व्यू गार्डन भी कहा जाता है, यह एक आदर्श पिकनिक स्थल है और सापुतारा में घूमने के लिए प्रमुख स्थानों में से एक है। साथ ही झील की लहरों को महसूस करने के लिए एक आदर्श स्थल है।

5.रोज गार्डन :  यह लेक गार्डन के पास स्थित है यह गार्डन गुलाबों की एक विशाल विविधता प्रदान करता है|यह वसंत ऋतु में पूरी तरह से खिलते हुए गुलाबों के लिए एक समर्पण है। इस के आस पास हर जगह हरी -भरी वनस्पतिया और जलस्रोत देखने को मिलेगे|

6.स्टेप गार्डन: स्टेप गार्डन” बेहद आकर्षक गार्डन है, जिसे पूरी तरह स्टेप पैटर्न पर बनाया गया है। इस उद्यान का डिज़ाइन सीढ़ीदार होता है।स्टेप गार्डन में हर स्टेप  पर तरह -तरह के प्रजातियों के रंगीन फूलों और अन्य पौधों का संग्रहण स्थल है।

7.हट गढ़ किला:यह किला सापूतारा से 5 km की दुरी पर 3,600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है किले तक आप को पैदल चलकर जाना होगा| इस का निर्माण छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा किया गया था। किले के ऊपर जाने के बाद सुंदर सुरगाना गाँव आप देख सकते है|

8.नागेश्वर महादेव मंदिर:यह मंदिर सापुतारा झील के तट पर स्थित है यह शिव जी को समर्पित है| कुछ वर्षों पहले इस स्थल पर एक संत निवास करते थे और उन्होंने सभी को यह बताया कि सर्पसागर झील के नीचे एक शिव लिंग स्थित है। जब वह शिव लिंग मिला तो इस मंदिर का निर्माण किया गया ओए इस मंदिर का नाम नागेश्वर महादेव मंदिर रखा गया|

9.मधुमक्खी केंद्र: यह एक ऐसा स्थल है जहां मिलावट रहित शहद को नियमित संपत्ति से अलग किया जाता है। यहाँ पर्यटकों को मधु मक्खियों के पालन के विभिन्न चरणों के बारे में जानकारी मिलती है|यहां आप शुद्ध शहद के साथ-साथ अन्य स्थानीय उत्पाद भी खरीद सकते हैं जो एक दुकान में आसानी से मिल जाते हैं।

10 .सापूतारा लेक: यह लेक सापुतारा घाटी के सबसे प्रसिद्ध पिकनिक स्थलों में से एक माना जाता है।झील  के पास स्थित कई बोटिंग क्लब आपको पैडल और सेलबोट के साथ रौबोट (RowBoats) प्रदान करते हैं। इस झील के आसपास आपको मनोरंजन की अनगिनत विकल्प मिलेंगे

11.आर्टिस्ट विलेज :गांव मूल निवासी जनजातियों द्वारा तैयार की गई कलाकृतियों को प्रदर्शित करता है जिसमें वार्ली पेंटिंग, मिट्टी के बर्तनों का शिल्प, बांस शिल्प जैसी काफी चीजें शामिल हैं। इस गांव की अलग ही पहचान है।यह जगह आदिवासियों के साथ बातचीत करने और उनके जीवन शैली को बेहतर ढंग से समझने का भी अवसर मिल सकता है।

सापूतारा के आस-पास घुमने की जगह :

1.सबरी धाम: सापूतारा से 63km दूर है| शबरी धाम, जिसे 2006 में बनाया गया था, ऐतिहासिक सभा को श्रद्धांजलि देता है। कथित तौर पर तीन पत्थर हैं जहां राम, लक्ष्मण और शबरी को कंधे से कंधा मिलाकर बैठाया गया है।यह स्थान भगवान राम से जुडा है। इस स्थान पर राम भक्त शबरी और भगवान राम की भेट हुई थी

2.गिरा फोल : यह सापूतारा से 50 km की दुरी पर है|गिरा फॉल्स एक सुंदर झरना है, जो हरी भरी हरियाली से घिरा हुआ है, यह फाल्स मानसून के समय और अधिक आर्कषक हो जाता है|

3.वासदा नेशनल पार्क: सापूतारा से  53 km  दूर है |वासदा राष्ट्रीय उद्यान में घने नम पर्णपाती जंगल शामिल हैं और जंगल के कुछ हिस्से दिन में भी अंधेरे में रहते हैं।

4.पूर्णा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी : यह सापूतारा से 39 km दूर है | यह अभ्यारण उत्तरी डांग के हरे भरे जंगलों का एक हिस्सा है जो लगभग 160.8 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है।

5.सप्तश्रृंगी देवी मंदिर : यह सापूतारा से 48 km दूर है |यह मंदिर भारतीय उपमहाद्वीप में मौजूद 51 शक्तिपीठों में से एक है। सप्त श्रृंगी माता नाम जिसका अर्थ है सात चोटियों की मां,

6.पांडव गुफा :यह सापूतारा से 35 km दूर है  इन गुफाओ को अरवलम गुफाओं के नाम से भी जाना जाता है, माना जाता है कि इन गुफाओं का उपयोग पांडवो ने आराम करने के लिए और अपने वनवास का कुछ समय व्यतीत करने के लिए किया था।|

 सापुतारा कैसे पोहचे {यात्रा सूचि} :

अहमदाबाद से सापूतारा की दुरी 420km

भावनगर से सापुतारा  की दुरी  589km

राजकोट से सापूतारा  की दुरी 603 km

सूरत से सापूतारा की  दुरी 172km

वघई से सापूतारा की दुरी 49km

मुंबई  से सापूतारा की दुरी 225km

नासिक से सापूतारा की दुरी 80km

निष्कर्ष: 

  Saputara hill station  blog पोस्ट में हम ने सापुतारा की पूरी जानकारी देने की कोशिश की है, आप जब भी जाऐ तो ट्रेकिंग जूते ज़रूर साथ रखे  लेडिस भी ट्रेकिंग जुते  ज़रूर साथ रखे , अपनी यात्रा का मज़ा ले, सापुतारा का मौसम साल भर सुखद रहता है, लेकिन मानसून और सर्दियों के दौरान यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता अपने चरम पर होती है। यह स्थान शहर की भीड़-भाड़ से दूर एक शांति और सुकून का अनुभव प्रदान करता है, जो पर्यटकों को यहाँ बार-बार आने के लिए प्रेरित करता है।

सारांश में, सापुतारा हिल स्टेशन न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह एक आदर्श स्थान है जहाँ लोग प्रकृति के करीब आकर विश्राम कर सकते हैं और अपनी दिनचर्या से एक खुशनुमा ब्रेक ले सकते हैं।

 

 

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