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Bangladesh ki puri jankari-बांग्लादेश जिसने अपनी भाषा को बचाने के लिए 9 साल लड़ाई लड़ी

Bangladesh ki puri jankari-बांग्लादेश जिसने अपनी भाषा को बचाने के लिए 9 साल लड़ाई लड़ी

Bangladesh ki puri jankari-बांग्लादेश जिसने अपनी भाषा को बचाने के लिए 9 साल लड़ाई लड़ी

इस blog पोस्ट में हम  Bangladesh ki puri jankari देने वाले है इस का इतिहास ,भूगोल अर्थव्यवस्था इस देश की गरीबी और किन वजहों से यह पहले भारत से और फिर पाकिस्तान से अलग हुआ| बांग्लादेश दुनिया में मुस्लिम आबादी वाला आठवे नुम्बर का देश है|यह दक्षिण एशिया का मुस्लिम राष्ट्र है|इस देश की सीमाए उत्तर, पूर्व और पश्चिम में भारत से और दक्षिणपूर्व सीमा म्यांमार से मिलती है|जब यह भारत से अलग हुआ तब इस को पूर्वी पाकिस्तान नाम दिया गया और यह पाकिस्तान का पूर्वी हिस्सा बना|

बांग्लादेश की कुल आबादी का 98% हिस्सा बंगालियों की वजह से है जो इसे दुनिया में सबसे अधिक सजातीय राज्यों में से एक बनाता है|गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी के नजदीक बसे होने की वजह से यह देश अक्सर चक्रवात और ख़राब मोसम की मार ज़ेलता रहता है|

भारत से अलग होकर बंगाल 1947 में  पूर्वी पाकिस्तान बना पश्चिमी पाकिस्तान और पूर्वी पाकिस्तान के बिच 1600 km की दुरी थी दोनों पकिस्तान के लोगो का धर्म तो एक था लेकिन उनकी जाति और भाषा में काफी अंतर था  बोहोत से मुद्दे दोनों पाकिस्तान के बिच के मतभेद के कारण बने 1971 में भारत की मदद से बांग्लादेश को 26 मार्च 1971 को आज़ादी मिली

प्राचीन काल:  यह देश कभी भारत का बंगाल हुआ करता था| बांग्लादेश का इतिहास बहुत प्राचीन है और यहाँ के भूखण्ड में लोगों की आबादी प्राचीन समय से है। इस क्षेत्र में प्राचीन सभ्यताएं  हैं, और इसमें बौद्ध और हिन्दू धर्म के प्रभाव भी दिखाई देते हैं। इस क्षेत्र में पाल और सेना वंशों की स्थापना हुई, जिन्होंने इसे अपनी राजधानी बनाया और यहाँ पर सांस्कृतिक विकास किया। उत्तरी बांग्लादेश में स्थापत्य के ऐसे हजारों खँडहर  अभी भी मौज़ूद हैं जिन्हें मंदिर या मठ कहा जा सकता है।

मुग़ल साम्राज्य: 16वीं सदी में मुग़ल साम्राज्य के शासनकाल में बांग्लादेश क्षेत्र का बड़ा हिस्सा मुग़ल साम्राज्य के अधीन आया। यहाँ की भूखण्डीय सांस्कृतिक धरोहर को मुग़ल साम्राज्य के राजाओ ने समृद्धि दिलाने में मदद की।

ब्रिटिश शासन: 18वीं सदी के मध्य में, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल क्षेत्र को अपने अधीन किया और बाद में यहाँ का पूरा शासन ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन आ गया। ब्रिटिश शासन के दौरान, बांग्लादेश क्षेत्र में स्वतंत्रता संग्राम की आवश्यकता महसूस हुई और वहाँ के निरंतर आंदोलन ने अंत में ब्रिटिशों को अपने शासन से हटने के लिए मजबूर किया।

पाकिस्तान से आज़ादी: 1947 में, भारत के विभाजन के समय बांग्ला भाषी क्षेत्र के बहुत से लोगों की उम्मीद थी कि उनकी भाषा और संस्कृति का सम्मान किया जाएगा, लेकिन पाकिस्तान के स्थापना के बाद यह उम्मीद खो गई। 1947 में पाकिस्तान का एक हिस्सा बांगला भाषी क्षेत्र में था, जिसे पूर्व पाकिस्तान कहा गया। यहाँ के लोगों के बीच में असहमति बढ़ी और 1971 में मुख्य रूप से पश्चिम पाकिस्तान क्षेत्र में बांग्लादेश की स्वतंत्रता संग्राम शुरू हुआ।

बांग्लादेश की स्वतंत्रता: 1971 में बांग्लादेश नामक देश का गठन हुआ, जिसका मुख्य कारण पश्चिम पाकिस्तान में होने वाले उत्पीड़नों और असमानता का प्रतिक्रियात्मक परिणाम था। बांग्लादेश को आज़ाद कर ने में बंगालियों ने बढ़ चढ़ कर  हिस्सा लिया| और उन्होंने पूरे देश को एकत्र करके पाकिस्तान के खिलाफ संघर्ष किया। भारतीय सेना ने भी इस संघर्ष में मदद की और अंत में बांग्लादेश 16 दिसंबर 1971 को बांग्लादेश पाकिस्तान से आज़ाद हो गया

स्वतंत्रता के बाद: आज़ादी के बाद, बांग्लादेश ने अपने नए दौर की शुरुआत की। एक नया संविधान बनाया गया और देश की राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक विकास में कई कदम उठाए गए। बांगलादेश ने अपनी अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए और विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्यों को बढ़ावा दिया।

इस रूप में, बांग्लादेश का इतिहास एक संघर्षपूर्ण और उत्तरदायित्वपूर्ण यात्रा का परिचय देता है, जिसमें देश की जनता ने अपनी स्वतंत्रता और विकास की दिशा में प्रतिबद्धता दिखाई।

बांग्लादेश की राजधानी:

बांग्लादेश की राजधानी ढाका है|यह बांग्लादेश का सब से बड़ा शहर है इस  की जनसंख्या लगभग 1.1 करोड़ है| यह शहर  गंगा नदी पर बसा है| इस शहर से कई व्यापार होते है|जैसे  धान गन्ना और चाय का व्यापार बड़े पैमाने में होता है|ढाका को मस्जिदों का शहर भी कहते है|

मुग़ल राज के दोरान इस शहर का नाम जहागीर नगर था|यह नगर  मलमल के व्यापर की वजह से दुनिया भर में फेमस हुआ इस शहर में जामदानी (उत्तम गुणवत्ता वाली मलमल), कढ़ाई, रेशम और आभूषण का उत्पादन होता है इस के अलावा जुट, और रसायन, फार्मास्यूटिकल्स, वस्त्र, चमड़े के सामान, चीनी मिट्टी की चीज़ें और इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों का निर्माणयहाँ होता है। तेजी से यह शहर विकास की और बढ़ रहा है|

माना जाता है की ढाका का नाम इस शहर में उगने वाले ढाक पेड़ के नाम पर रखा गया और यह भी माना  जाता है की इस शहर का नाम ढाकेश्वरी (“छिपी हुई देवी”), जिसका मंदिर शहर के पश्चिमी भाग में है उस के नाम पर रखा गया|

बांग्लादेश का भूगोल :

बांग्लादेश का कुल क्षेत्रफल लगभग 146,০০০ वर्ग किलोमीटर है, जिससे यह महाद्वीप का एक छोटा देश है। यह बांगोपासागर के उत्तरी तट पर बसा हुआ है।
बांग्लादेश की पड़ोसी देशों से सीमाएँ हैं – पश्चिम में भारत, उत्तर-पूर्व में म्यांमार (बर्मा), और दक्षिण में बङ्गोपासागर। बांग्लादेश का दक्षिणी भाग बंगाल की कड़ी में खुलता है|

इस देश का भूगोल उच्च और नीच भूमि से बना है। उच्च भूमि पश्चिमी भाग में स्थित है, जो विशाल चारधाम पहाड़ियों से मिलकर बनी है। यहाँ की सबसे ऊँचा शिखर माउन्ट टेन लालाके फुल नामक है, जिसकी ऊँचाई लगभग 3,063 मीटर है। नीच भूमि क्षेत्र बांगलादेश के मुख्य भूभाग को आवरण करता है, जो उपजाऊ और जलवायुगत भूमि होती है।

बांग्लादेश को गंगा, ब्रह्मपुत्र और मेघना जैसी महत्वपूर्ण नदियाँ हैं। यह नदिया हिमालय से निकलती है| जो बांग्लादेश की मिटटी को उपजाऊ बनाती है| गंगा और ब्रह्मपुत्र के संगठन में बना डेल्ता बांग्लादेश के क्षेत्र का बड़ा हिस्सा है, जिसे गंगा-ब्रह्मपुत्र डेल्ता के नाम से जाना जाता है। इस देश की मिटटी वैसे तो काफी उपजाऊ है लेकिन तूफान और अकाल की वजह से इस देश को बोहोत सी परेशानिया ऊठानी पड़ती है|

बांग्लादेश में कई छोटे-छोटे द्वीप समूह भी हैं, जैसे कि सुंदरबन्स द्वीप समूह। बांग्लादेश का जलवायु गर्मियों में उष्णकटिबंधीय और बरसाती जलवायु होता है, जिसमें मानसून सीजन में अधिक वर्षा होती है।

बांग्लादेश में विविध जीवन प्रणालियों के साथ विभिन्न प्रकार की वनस्पति और वन्यजीव पाए जाते हैं। सुंदरबन्स वन्यजीव अभयारण्य बांग्लादेश के भूगोल का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें बंगाल टाइगर जैसे प्रदेशिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं।

बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था:

बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि, उद्योग, और सेवाओं पर आधारित है। बांग्लादेश का प्रमुख   उत्पादन  खेती है| चावल,  चाय, जूट,और टमाटर सब्जिया, और  फल की खेती की जाती है। इस के अलावा मांस, मछली, पशुपालन भी यहाँ के लोग करते है| बांग्लादेश में गारमेंट उद्योग भी महत्वपूर्ण है, जो देश के नौकरियों और निर्यात के स्रोतों में से एक है।

बांग्लादेश के अर्थतंत्र में बांग्लादेश सरकार द्वारा कई नीतियाँ और सुधार की जाती है ताकि विभिन्न क्षेत्रों में विकास किया जा सके, जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, और बेरोजगारी के क्षेत्र में। बांग्लादेश एक विकासशील देश है,

2017 तक लगभग प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद 4,200 अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष है। 2005 से 2017 तक लगभग 6% वार्षिक बढ़ोतरी हुई है इस कारण यह कहा जा सकता है के बांग्लादेश एक विकासशील देश है|

अरब देशो से श्रमिकों के ज़रिये भेजी जाने वाली धनराशि भी बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को सुधरने में बडी भूमिका निभाती है| 2016-2017 में बांग्लादेशी श्रमिकों ने 13 बिलियन अमेरिकी डॉलर अपने घर भेजे।

बांग्लादेश का कृषि उद्योग:

चावल बांग्लादेश की प्रमुख खाद्य पैदावार में से एक है और देश के खाद्य स्वायत्तता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
बांग्लादेश जूट उत्पादन में विश्व में एक प्रमुख खिलाड़ी है। जूट का उत्पादन विभिन्न रूपों में होता है, जिनमें कपास, तान, बीज आदि शामिल हैं।
पेशेवरी बांग्लादेश के अर्थतंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है,

और मांस और मछली उद्योग बांग्लादेश की नौकरियों और निर्यात में महत्वपूर्ण हैं। बांग्लादेश में विभिन्न प्रकार की फलों और सब्जियों की खेती होती है, जैसे कि आम, लीची, आलू, प्याज, टमाटर, गोभी, गाजर, आदि।

बांग्लादेश में आदनाश्रय फसलों की भी खेती होती है जैसे कि धान, गेहूँ, जौ, बाजरा, मक्का, चना आदि।
चाय: बांग्लादेश में चाय की भी खेती की जाती है और चाय निर्यात का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।

कृषि उद्योग बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण है, और सरकार ने कृषि क्षेत्र में निवेश और विकास के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं। इसके साथ ही, किसानों के लिए बेहतर उपकरण, तकनीक, और कृषि प्रौद्योगिकियों की पहुंच को बढ़ावा देने के लिए भी कई पहलु चलाई जा रही हैं।

बांग्लादेश की गंदगी:

बांग्लादेश के कई हिस्सों में स्वच्छता सुविधाएं अनुपयुक्त हैं, जिसके कारण लोग अपने अपशिष्ट को सही तरीके से मैनेज नहीं कर पाते हैं।

अपशिष्ट प्रबंधन की कमी से गंदगी की समस्या बढ़ती है। बांग्लादेश में कई जगहों पर अपशिष्ट को सही तरीके से समेटने और उसका प्रबंधन करने की आवश्यकता है।

जलवायु परिवर्तन के परिणामस्वरूप समुद्र तटों की स्तरों में वृद्धि हो रही है, जिससे बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में बढ़ती हुई सलिनता पानी की समस्या हो रही है।

बढ़ती आबादी के साथ बढ़ती जनसंख्या भी गंदगी की समस्या को बढ़ावा देती है, क्योंकि ज्यादातर स्थलों पर स्वच्छता सुविधाएं इस वृद्धि के साथ कदापि नहीं बढ़ती हैं।

बिना योजनित रूप से निर्मित शहरों का विकास गंदगी की समस्या को बढ़ावा देता है, क्योंकि सही स्वच्छता और प्रबंधन की आवश्यकता पूरी नहीं हो पाती।

इलेक्ट्रॉनिक रद्दी का प्रबंधन एक और महत्वपूर्ण चुनौती है, क्योंकि इससे वायुमंडलीय प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन की समस्या हो सकती है।

बांग्लादेश सरकार ने स्वच्छता की महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की हैं जिनमें सफाई, जनस्वास्थ्य, और पर्यावरण सुरक्षा के मामूल तत्व शामिल हैं। इसके साथ ही, जनसंख्या के वृद्धि के साथ स्वच्छता सुविधाओं के प्राधिकरण में भी निवेश किया जा रहा है।

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बांग्लादेश में घुमने की जगह :

1.ढाका: ढाका, बांग्लादेश की राजधानी है और यहाँ पर आपको ऐतिहासिक स्थल, बाजार, मंदिर और सड़कों पर  व्यवसायिक भीड़ देखने को मिलेगा।

2.कृष्णनगर: कृष्णनगर बांग्लादेश के सुंदरवन एक्सपीरिमेंटल बायोस्फियर रिजर्व के पास स्थित है, जहाँ पर्यटक अनूठी प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।

3.सैन्ट मार्टिन्स द्वीप: यह द्वीप बांग्लादेश का एकमात्र कोरल द्वीप है और यहाँ की सफेद समुद्र और सुंदर बीचें आकर्षण हैं।

4.बन्दरबन: बंदरबन का शाब्दिक अर्थ ‘बंदर का बांध’ होता है |यह एक सुन्दर ज़िला है जो सब से लोकप्रिय जगहों में से एक है

5.रंगामाटी: बांग्लादेश की पहाड़ियों में स्थित यह जगह आदिवासी संस्कृति, जलप्रपात और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।

6.बाजारा: बाजारा एक प्राचीन शहर है जो मुगल साम्राज्य के समय से अपने महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है।

7.सिलहट : सिलहट बांग्लादेश की पहाड़ियों में स्थित है और यहाँ की खूबसूरती और प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेने के लिए आदिवासी संस्कृति और वन्यजीवों के संरक्षण का सुन्दर स्थल है।

8.सोनारगाँव: प्राचीन ग्रीक और रोमन खातो के अनुसार इस के अन्दर एक एक एम्पोरियम हुआ करता था जिसे वारी बुतेश्वर  खंडहरसे पहचाना गया सोनारगाँव बांग्लादेश में हर साल कई पर्यटकों को आकर्षित करता है|

9.महसिन्दी द्वीप: यह द्वीप बांग्लादेश की प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है और यहाँ की स्वच्छ समुद्र और रेशमी बीचें आकर्षण हैं।

10.बगा बीच: बगा बीच सुंदर और सफेद बीचों के लिए प्रसिद्ध है और यह एक पॉपुलर पर्यटन स्थल है।

यह सिर्फ कुछ जगहे  हैं, बांग्लादेश में और भी बहुत सारी खुबसूरत और आकर्षक जगहे हैं जिन्हें आप घूमने के लिए चुन सकते हैं।

बांग्लादेश के रोचक तथ्य :

1.इस देश में 700 से ज्यादा नदिया बहती है जिस के कारण अक्सर बाढ़ की समस्या आती रहती है |

2.इस देश में कपडे और चाए का उत्पादन अधिक मात्रा में होता है |

3.इस देश में गंदगी और ट्राफिक अधिक मात्रा है |

4.इस देश में अनजान व्यक्ति को देख कर मुस्कुराना गलत समझा जाता है|

5.इस देश के लोगो को अखबार पढना ज्यादा पसंद है |
6.इस देश ने अपने भाषा बचाने के लिए 9 साल लडाई लड़ी|

7. बांग्लादेश का मैंग्रोव वन दुनिया का सबसे बड़ा जंगल है।

8.बांग्लादेश में दुनिया का तीसरा सबसे लंबा समुद्र तट है।

9.बांग्लादेश में 4 से अधिक ऋतु, होती है|

conclusion:

Bangladesh ki puri jankari हम ने इस blog पोस्ट के ज़रिये आप को संशिप्त में देने की कोशिश की है इस देश में घूमने के लिए भी आप को एक से बढ़ कर एक जगह मिलेगी यदि मोका मिले तो इस देश को ज़रूर देखने जाऐ |

बांग्लादेश एक खास देश है जो अपनी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, और राजनीतिक विविधता के लिए जाना जाता है। यह दक्षिण एशिया का एक महत्वपूर्ण राष्ट्र है, जिसमें समृद्ध धरोहर, आधुनिक विकास, और गहरा समुदायिक जीवन का संगम है। बांग्लादेश की विशेषता उसके सांस्कृतिक विरासत में दिखाई देती है, जिसमें भाषा, संगीत, और कला का समृद्ध विकास शामिल है।

हालांकि, बांग्लादेश के सामाजिक और आर्थिक विकास में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जैसे कि जनसंख्या वृद्धि, जलवायु परिवर्तन, और बढती हुई गरीबी।लेकिन कुछ समय से बांग्लादेश की अर्थ व्यवस्था सुधरी है इस के लिए कई विकास के काम भी किये जा रहे है

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