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Journey to Chandigarh: A Green Paradise -चंडीगढ़ का इतिहास 2024

Journey to Chandigarh: A Green ParadiseJourney to Chandigarh: A Green Paradise

आज हम जानेगे  भारत का एक अद्भुत शहर चंडीगढ़  इस शहर का नियंत्रण भारत सरकार के हाथों में है।यह शहर भारत का केंद्र शासित प्रदेश है। यह शहर पंजाब और हरयाणा दोनों राज्य की राजधानी का शहर है लेकिन इसे इन राज्यों में शामिल नहीं किया जाता। इस शहर पर किसी भी राज्य का अधिकार नहीं।

ब्रिटिश इंडिया के विभाजन के वक्त पंजाब राज्य को भारत और पाकिस्तान दो भागो में बाट दिया गया था राज्य की पुरानी राजधानी लाहोर पाकिस्तान के हिस्से में चली गयी थी। अब भारतीय पंजाब को एक नई राजधानी की ज़रूरत पड़ी।

चंडीगढ़ भारत का एक नगर निगम एवं यूनियन टेरिटरी है, जो पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के बीच स्थित है। चंडीगढ़ को भारत की राजधानी दिल्ली से लगभग 250 किलोमीटर उत्तर में स्थित है। यह शहर भारत के पंजाब राज्य के इस्तीलाह से सटा हुआ है, लेकिन इसके नियंत्रण का ख्याल रखते हुए इसे स्वतंत्र क्षेत्र के तौर पर प्रबंधित किया जाता है। यह भारत के तीन यूनियन टेरिटरीज में से एक है, जिसमें निगमीय नागरिकता है।

चंडीगढ़ का इतिहास:

चंडीगढ़ का नाम चंडी माता के मंदिर के  नाम पर रखा गया है, जिसे देवी दुर्गा के रूप में भी जाना जाता है। चंडी का मंदिर आज भी शहर से कुछ दूर हरियाणा के पंचकुला जिले में स्थित है। यहां का इतिहास विशेष रूप से भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान महत्वपूर्ण  बना है|आधुनिक चंडीगढ़ जिस ढलानदार मैदान पर स्थित है, वह प्राचीन काल में दलदल से घिरी एक विस्तृत झील थी।

इस स्थल पर पाए गए जीवाश्म अवशेषों से जलीय और उभयचर जीवन की एक विस्तृत विविधता का संकेत मिलता है, जो उस पर्यावरण द्वारा समर्थित था। चंडीगढ़ शहर का इतिहास 8000 साल पुराना है। शुरुवात में इस शहर में दुनिया की सबसे पहली संस्कृति  हड़प्पा संस्कृति के लोग रहते थे |

मध्यकालीन से लेकर आधुनिक युग तक, यह क्षेत्र विशाल और समृद्ध पंजाब प्रांत का हिस्सा था, विभाजन के दौरान पूर्वी और पश्चिमी पंजाब में विभाजित कर दिया गया। इस शहर की स्थापना न केवल पूर्वी पंजाब की राजधानी के रूप में की गई, बल्कि पश्चिमी पंजाब से बेघर हुए हजारों शरणार्थियों को पुनर्स्थापित करने के लिए भी की गई थी।

चंडीगढ़ को सिटी ब्यूटीफुल कहा जाता है, क्योंकि यह न केवल अपनी अद्वितीय वास्तुकला के लिए बल्कि अपने स्वच्छ, हरे-भरे वातावरण के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ की सड़कों, पार्कों और बगीचों को खास तौर पर डिजाइन किया गया है ताकि शहर के हर हिस्से में प्राकृतिक सौंदर्य बना रहे।

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन:  चंडीगढ़ के क्षेत्र को स्वतंत्रता के बाद विभाजित किया गया था। 1947 में भारत का विभाजन होने के बाद, पंजाब राज्य के क्षेत्र को पाकिस्तान और भारत में विभाजित किया गया था। इससे पहले लाहौर पंजाब का राजधानी होता था, लेकिन विभाजन के बाद पंजाब राज्य के शासनिक मुद्दे के कारण एक नई राजधानी की आवश्यकता पड़ी।

चंडीगढ़ की नींव: 1948 में पंजाब राज्य के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने दीवान प्रधान नांदलाल अरोड़ा से सलाह ली और उन्हें एक नई राजधानी शहर के निर्माण के लिए चुना गया। शहर का निर्माण एक नए और आधुनिक शहर की रचना के लिए किया गया था, जिसमें रोजगार के अवसर और एक बेहतर जीवन गुणवत्ता प्रदान किया जा सकता था। चंडीगढ़ का निर्माण लाहौर-अमृतसर राष्ट्रीय मार्ग के किनारे स्थित बेत रवी किनारे पर 1952 में शुरूहुआ।

लेखकीय योजना: चंडीगढ़ की योजना को शेखर दत्त के लेखन एवं लेखकीय दल ने बनाया था। इस योजना के अनुसार शहर को समृद्धि का प्रतीक बनाने के लिए व्यापारिक और आर्थिक गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए स्थानीय लोगों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं।

पंजाब और हरियाणा की राजधानी: 1966 में पंजाब राज्य का विभाजन किया गया और हरियाणा एक अलग राज्य बन गया। चंडीगढ़ को पंजाब राज्य की राजधानी से हटा कर हरियाणा राज्य की राजधानी बनाया गया। तथा, चंडीगढ़ को यूनियन टेरिटरी के रूप में संरचित किया गया।

विकास और आधुनिकीकरण: चंडीगढ़ के विकास को नेहरूजी के विचारों पर आधारित किया गया। यहां की योजना और निर्माण काम इंजीनियरिंग, वातावरण, और शहरी नियोजन पर बल देते हुए किए गए। इससे शहर को अन्य शहरों से अलग बनाया गया और इसे भारत में एक आधुनिक और संगठित शहर के रूप में पहचाना जाता है।

चंडीगढ़ विश्व भर में अपनी विशेष योजनाओं और संरचना के लिए प्रसिद्ध है। इसे अपनी आधुनिक और सुंदरता के लिए “भारत की प्रेमिका” के रूप में जाना जाता है। चंडीगढ़ का विकास और संरचना भारतीय शहरों के लिए एक मिसाल के रूप में खड़ा है।

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चंडीगढ़ मे घुमने लायक जगह {chandigadh tourist place}:

1.रॉक गार्डन: यह एक प्राकृतिक विहार का सुंदर स्थान है जो विशाल शिलाएं और खिलवड़ बागानों के साथ भरा हुआ है। यह औद्योगिक और नगर निगम के कचरे से बनी कला वस्तुओं से बना है।यह चंडीगढ़ में अद्वितीय विश्व प्रसिद्ध  गार्डन है।

2.सुखना झील: यह झील शांतिपूर्णता के लिए प्रसिद्ध है और वहां घूमने और बोटिंग का आनंद लिया जा सकता है।सुखना झील एक वास्तुशिल्प झील है|इस की लम्बाई 3 km है।

3.रॉक टावर: यह चंडीगढ़ का सबसे ऊँचा दृश्य स्थल है जिससे शहर के पूरे इलाके का नजारा देखा जा सकता है।

4.सुखना लेक बर्ड सैंक्चुअरी: यह लेक बर्ड सैंक्चुअरी पक्षियों को देखने के लिए एक आकर्षक स्थान है।और यह  2600 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है।सुखना वन्यजीव अभयारण्य की सबसे उल्लेखनीय विशेषताओं में से एक पक्षी आबादी है।

5.चंडी मंदिर:यह मंदिर चंडीगढ़ शहर के नामकरण स्थल के रूप में महत्वपूर्ण है।यह मंदिर चंडीगढ़ शहर के बाहर शिमला-मनाली मार्ग पर स्थित है. और प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है|

6.सरकारी म्यूजियम और आर्ट गैलरी: यहां आपको स्थानीय कला, ऐतिहासिक आभूषण, और भारतीय तरीके से बनी कलाएं देखने को मिलती हैं। यह भारत के सबसे बड़े संस्थानों में से एक है| देश के विभाजन के कारण चंडीगढ़ में सरकारी संग्रहालय और आर्ट गैलेरी का निर्माण हुआ।

7.रोज़ गार्डन: इस गार्डन का नाम भारत के पूर्व राष्ट्रपति जाकिर हुसैन के नाम पर रखा गया है इस गार्डन को 1967 में यह गार्डन बनाया गया|इस गार्डन में गुलाब की कई किस्मे देखने को मिलेगी|

8.:सेक्टर-17 मार्किट: शहर के बीचोबीच होने की वजह से इसे सिटी सेंटर भी कहा जाता है, यहाँ देश और विदेश के अभी खाने पिने की दुकान यहाँ देखने को मिलेगी इस के अलावा म्यूजिकल फाउन्टेन शो भी यहाँ देखने को मिलेगा|

9.पिंजौर बाग: यह एक मुगल शैली का बगीचा है जो खूबसूरत बगीचे और फव्वारे से भरा हुआ है। यह यादविंदरा के नाम से भी जाना जाता है|इस को नवाब फिदल खान द्वारा बनवाया गया था।

10.इंटरनेशनल डोल्स म्यूजियम: इस की स्थापना 1985 में हुई थी इस म्यूजियम में 25 देशो की गुडियों का संग्रह प्रकाशित किया गया है|

चंडीगढ़ कैसे पोहचे :

वायुमार्ग (एयरपोर्ट): चंडीगढ़ का अपना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (Chandigarh International Airport) है, जो शहर से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर मोहाली जिले में स्थित है। यहां देश भर से और विदेशों से नियमित उड़ानें आती हैं। अपनी यात्रा की व्यवस्था के लिए आपको एयरपोर्ट से टैक्सी, ऑटोरिक्शा, या कार किराए पर लेने की सुविधा मिलेगी।

रेलमार्ग (रेल्वे स्टेशन): चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन (Chandigarh Railway Station) विभिन्न भारतीय राज्यों से वाणिज्यिक और यात्रियों के लिए विशाल रेलवे सेवाओं के लिए एक व्यस्त स्टेशन है। चंडीगढ़ को विभिन्न भारतीय शहरों से न्यू दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, बंगलौर, चेन्नई, अमृतसर, और जयपुर जैसे शहरों से रेल सेवाएं उपलब्ध हैं।

सड़कमार्ग: चंडीगढ़ को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग 44 और 21 से जोड़ा गया है, जिससे शहर को आसानी से पहुंचा जा सकता है। दिल्ली से चंडीगढ़ आने के लिए आप नैशनल हाईवे 44 (NH 44) का इस्तेमाल कर सकते हैं जो दिल्ली से अमृतसर वाया चंडीगढ़ जाता है। दिल्ली या अन्य शहरों से स्वयं चालित या बस या टैक्सी की मदद से भी चंडीगढ़ यात्रा की जा सकती है।

निष्कर्ष

  Journey to Chandigarh: A Green Paradise ब्लॉग में आप को इस शहर के बारे में तमाम खास जानकारी देने की कोशिश की हे सरल भाषा में  जैसे चंडीगढ़, भारत का एक अद्वितीय शहर है जिसे आधुनिकता और परंपरा का संगम कहा जा सकता है। ली कार्बूज़िए द्वारा डिज़ाइन किया गया यह शहर अपनी योजनाबद्ध संरचना, स्वच्छता और हरियाली के लिए प्रसिद्ध है।

यहाँ के रॉक गार्डन, सुखना लेक, और रोज़ गार्डन जैसी आकर्षक स्थान पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। चंडीगढ़ में एक सुव्यवस्थित जीवनशैली और उच्च गुणवत्ता की जीवन सुविधाएं मौजूद हैं, जो इसे एक आदर्श स्थान बनाती हैं। यह शहर विश्वसनीयता और व्यावसायिकता के माध्यम से विकसित किया गया है।

चंडीगढ़ भारत का पहला प्लानेड शहर है जिसे शेखर दत्त के निर्माण योजना के तहत विकसित किया गया था। इसकी व्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर बेहद आधुनिक है, चंडीगढ़ शहर को उसकी सुंदरता और साफ-सफाई के लिए  भी जाना जाता है। चंडीगढ़ एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित वातावरण के साथ परिपूर्ण है,

चंडीगढ़ विभिन्न प्राकृतिक स्थलों के लिए एक प्रिय गंतव्य है, जहां व्यक्ति अपने आत्मा को शांत करता है और सांस्कृतिक एवं पर्वतीय सौंदर्य का आनंद लेता है। चंडीगढ़ एक ऐसा स्थान है जो दर्शनीयता, शांतिपूर्णता, और आराम के लिए परिपूर्ण है और लोग इसे यात्रा करने के लिए आते हैं और उसका आनंद लेते हैं।

 

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